पन्ना। टाइगर स्टेट कहे जाने वाले एमपी में वन्य प्राणियों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. पन्ना टाइगर रिजर्व के पवई वन परिक्षेत्र के बमुरहा गांव में तेंदुए के एक शावक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. ग्रामीणों ने शावक के शव को खेत में पड़ा देखा, इसके बाद वन विभाग को घटना की जानकारी दी,लेकिन कई घंटे बीत जाने के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. शावक के मौत के कारण का पता नहीं चला है. वन्य प्राणियों की मौत को रोकने के लिए आला अधिकारियों ने धारा 144 तक लागू कर दी है.
तेदुंए ने किया 21 भेड़ों का शिकार: शिवपुरी जिले में खोड़ वन चौकी क्षेत्र के टपरियान गांव में बीती रात एक खूंखार तेंदुए ने भेड़ों की बागड़ में हमला कर दिया. तेंदुए के हमले से भेड़ों में भगदड़ मच गई. भेड़ों की आवाज सुन कर पशुपालक वहां पहुंचे तो तेंदुआ भाग गया. खूंखार तेंदुए के इस हमले में 21 भेड़ों की मौत हो जबकी 25 भेड़ें हमले में घायल हैं. ग्रामीणों द्वारा तेंदुए के हमले की सूचना देने के बाद मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने जांच शुरू कर दी है.
पशुपालकों को मिलेगा मुआवजा: टपरियान गांव निवासी पशु पालक ओंकार मनीराम और लालराम पाल की बागड़ में बंधी भेड़ों पर खूंखार जंगली तेंदुए ने हमला किया. तेंदुए के हमले में घायल हुई भेड़ों की सूचना पशुपालकों ने खोड़ पशु चिकित्सालय में दी लेकिन चिकित्सक कई घंटे बाद मौके पर पहुंचे. पशुपालकों का आरोप है कि चिकित्सक अगर समय रहते पहुंच जाते तो हमले में घायल हुई कुछ भेड़ों की जान बचाई जा सकती थी. डिप्टी रेंजर बृजभान कोरकू ने पशुपालकों को नियम अनुसार मुआवजा देने की बात कही है.