पन्ना। पन्ना जिले को वैसे तो मंदिरों, हीरो और झीलों की नगरी माना जाता है. जहां चारों ओर पहाड़िया, सुंदर वादियां और झरनों की सुंदरता पर्यटकों का मन मोह लेती हैं. इन्ही में से एक है जिले का सबसे सुंदर वाटरफॉल बृहस्पति कुंड. जो इन दिनों बरसात में लबालब भरा हुआ है. जहां झरने से गिरते पानी से बेहद सुंदर नजारा बन रहा है. पन्ना के कलेक्टर संजय कुमार मिश्रा ने तो इस वाटरफॉल की तुलना अमेरिका के नियाग्रा वाटरफॉल से कर दी.
कुंड का इतिहास रामवन पथ गमन से जुड़ा हुआ है. पन्ना संजय कुमार मिश्रा ने कहा कि वह बृहस्पति वाटरफॉल की तुलना अमेरिका के नियाग्रा वाटरफॉल से करना चाहेंगे. क्योंकि उन्होंने पूरे मध्यप्रदेश में ऐसा वाटरफॉल कही नहीं देखा.
यह बेहद सुंदर और रमणीक स्थल है. कलेक्टर ने कहा कि उन्होंने बृहस्पति वाटरफॉल का दौरा किया है और खूबसूरत झरने को देखकर अभिभूत हो गए. जिस तरह नियाग्रा वाटरफॉल का एक हिस्सा कनाडा की तरफ है, तो दूसरा हिस्सा अमेरिका की तरफ, ठीक उसी प्रकार पन्ना का यह बृहस्पति कुंड है. क्योंकि इस कुंड की ऊपरी सीमा पन्ना जिले में है और नीचे का हिस्सा सतना जिले में आता है.
रामवन पथ गमन से जुड़ा है यह प्राकृतिक कुंड
यहां का इतिहास पौराणिक काल रामवन पथ गमन से जुड़ा हुआ है. प्राकृतिक रूप से संपन्न होने बहुत रमणीक व मनमोहक झरने को टूरिस्ट देख पाए इसके लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों व स्थानीय लोगों की मदद से पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा.
यहां आने जाने का रास्ता पर्यटकों के लिए खाद्य सामग्री, सुरक्षा और आवागमन को ध्यान में रखते हुए इस इलाके को विकसित करने की योजना बनाई जाएगी. कलेक्टर ने इसके दिशा निर्देश दे दिए हैं. उन्होंने कहा कि जल्द ही इस दिशा में काम किया जाएगा. ताकि वाटरफॉल जिले के पर्यटन केंद्र के रुप में भी विकसित हो सके.