नीमच। मनासा नगर परिषद में दो दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया है, जिसके बाद दोनों ही पूर्व कर्मचारियों ने कलेक्टर से मदद की गुहार लगाई है. पीड़ित युवकों का कहना है कि अगर उन्हें दोबारा नौकरी पर नहीं रखा गया. तो वो आत्मदाह कर लेंगे.
- बिना कारण नौकरी से निकाला
बता दें कि नगर परिषद मनासा में दैनिक वेतन भोगी कई कर्मचारियों को काम पर रखा गया था, सतिश सारवान और शंभूलोट दोनों ही दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी थे, जो पिछले कई साल से नगर परिषद में काम कर रहे थे, लेकिन उन्हें बिना किसी नोटिस के नौकरी से निकाल दिया गया, दोनों पिछले तीन महीने से बेरोजगार हैं.
- नौकरी जाने के बाद भूखों मरने की नौबत
सतीश सारवान ने बताया कि मनासा सीएमओ महेंद्र वशिष्ठ ने बिना किसी कारण के उन्हें नोटिस दिया और नौकरी से निकाल दिया. नौकरी चली जाने से परिवार में भूखों मरने की नौबत आ गई है. वहीं सतीश हार्वर ने बताया कि अगर हमें वापस नौकरी पर नहीं रखा गया, तो वो अपने परिवार सहित आत्मदाह कर लेंगे.
- नौकरी नहीं मिली तो कर लेंगे आत्मदाह
दोनों पूर्व कर्मचारी मंगलवार को कलेक्टर की जनसुनवाई में पहुंचे और अपनी समस्या बताई, जिसके बाद कलेक्टर ने जांच की बात कही, फिलहाल दोनों युवाओं ने नौकरी नहीं देने या इच्छा मृत्यु की मांग की है.