ETV Bharat / state

MP के 'पैडमैन', जिन्होंने रील लाइफ से प्रेरणा लेकर रीयल लाइफ में उठाया महिलाओं को सम्मान दिलाने का जिम्मा - bhupendra khoiwal neemuch

मध्य प्रदेश के नीमच जिले के खोर गांव में भूपेंद्र खोईवाल नाम का एक युवक अक्षय कुमार की मूवी पैडमैन से इतना प्रभावित हुआ कि वो रीयल लाइफ में ही पैडमैन बन गया. भूपेंद्र अपने दम पर ऐश्वर्या इंटरप्राइजेस के नाम से पैड बनाने की कंपनी चला रहे है जिससे वो महिलाओं को जागरुक भी कर रहे हैं और उन्हें रोजगार भी दिला रहे हैं.

padman
पैडमैन
author img

By

Published : Dec 11, 2019, 2:00 PM IST

नीमच। एक औरत की हिफाजत करने में नाकामयाब इंसान खुद को मर्द कैसे कह सकता है. (अक्षय कुमार की पैडमैन मूवी का डॉयलॉग) रील लाइफ के इस डॉयलॉग ने रीयल लाइफ में एक इंसान को इतना प्रेरित कर दिया कि उसने महिलाओं को उनका सम्मान दिलाने की ठान ली. ये कहानी है नीमच जिले के छोटे से गांव खोर में रहने वाले भूपेंद्र खोईवाल की.

MP के 'पैडमैन

भूपेंद्र अक्षय कुमार की मूवी पैडमैन से इतना प्रभावित हुए कि उन्होंने अपने क्षेत्र की महिलाओं को लिए भी कुछ वैसा ही करने की ठानी जैसा अक्षय कुमार ने पैडमैन में किया था. भूपेंद्र खोईवाल ने अपने दम पर महिलाओं के पैड बनाने की यूनिट ही स्थापित कर डाली, इससे क्षेत्र की महिलाओं को सस्ते पैड और रोजगार मिलने लगा.

पैडमैन भूपेंद्र खोईवाल
पैडमैन भूपेंद्र खोईवाल

भूपेंद्र केवल पैड बनाने का काम नहीं रहे हैं, बल्कि महिलाओं को जागरूक भी कर रहे हैं. पैड बनाने की उनकी इस मुहिम में पहले केवल 15 महिलाएं थीं, लेकिन धीरे-धीरे महिलाओं में जागरूकता आई, तो उनकी संख्या बढ़ने लगी. भूपेंद्र बताते है कि उनकी पैड बनाने की शुरुआत भी कुछ अरुणाचलम मुरुगुनाथ जैसी ही रही. जब उन्होंने पैड बनाने की यूनिट लगाने के बारे में अपने घरवालों को बताया तो उनका जमकर विरोध हुआ.

पैड बनाती महिलाएं
पैड बनाती महिलाएं

लेकिन कहते है न कि हौसला मजबूत हो और इरादे नेक, तो हर राह आसान हो जाती है. आखिरकार घर वाले भी भूपेंद्र का साथ देने को राजी हो गए और उनकी यह नेक मुहिम रंग लाई. ऐश्वर्या इंटरप्राइजेस के नाम से पैड बनाने की कंपनी चला रहे भूपेंद्र लगभग 75 हजार पैड बनाकर राजधानी भोपाल सहित पूरे प्रदेश में भेजते हैं. उनके यह पैड किसी जनरल स्टोर या मेडिकल स्टोर पर नहीं मिलते, बल्कि उनकी यूनिट की महिलाएं इन्हें घर-घर जाकर बेचती हैं और महिलाओं को जागरूक भी करती हैं.

ऐश्वर्या इंटरप्राइजेस
ऐश्वर्या इंटरप्राइजेस

भूपेंद्र की कंपनी काफी सस्ते पैड बनाती है. एक पैड की कीमत कीमत मात्र 2 रुपए है. जिसे बनाने की लागत 1 रुपए 80 पैसे है. यानि एक पैड पर केवल वे 20 पैसे का मुनाफा ले रहे हैं. भूपेंद्र की इस पहल से महिलाएं भी बेहद खुश हैं. भूपेंद्र की यह नेक सोच बेहद सार्थक है, जिसने नीमच जैसे पिछड़े जिले की महिलाओं को न सिर्फ रोजगार दिलाया, बल्कि गंभीर बीमारियों से निजात दिलाने की मुहिम भी छेड़ रखी है.

पैड खरीदती महिलाएं
पैड खरीदती महिलाएं

भूपेंद्र चाहते तो अपना कोई और बिजनेस शुरू कर सकते थे, लेकिन महिलाओं को गंदे कपड़े से आजादी दिलाने के लिए उन्होंने इस काम को एक मिशन का रूप दे दिया है. ईटीवी भारत भी भूपेंद्र के इस काम के लिए उन्हें सलाम करता है, क्योंकि जो इंसान खुद से पहले महिलाओं के सम्मान के लिए खड़ा होता है वही असली इंसान होता है.

नीमच। एक औरत की हिफाजत करने में नाकामयाब इंसान खुद को मर्द कैसे कह सकता है. (अक्षय कुमार की पैडमैन मूवी का डॉयलॉग) रील लाइफ के इस डॉयलॉग ने रीयल लाइफ में एक इंसान को इतना प्रेरित कर दिया कि उसने महिलाओं को उनका सम्मान दिलाने की ठान ली. ये कहानी है नीमच जिले के छोटे से गांव खोर में रहने वाले भूपेंद्र खोईवाल की.

MP के 'पैडमैन

भूपेंद्र अक्षय कुमार की मूवी पैडमैन से इतना प्रभावित हुए कि उन्होंने अपने क्षेत्र की महिलाओं को लिए भी कुछ वैसा ही करने की ठानी जैसा अक्षय कुमार ने पैडमैन में किया था. भूपेंद्र खोईवाल ने अपने दम पर महिलाओं के पैड बनाने की यूनिट ही स्थापित कर डाली, इससे क्षेत्र की महिलाओं को सस्ते पैड और रोजगार मिलने लगा.

पैडमैन भूपेंद्र खोईवाल
पैडमैन भूपेंद्र खोईवाल

भूपेंद्र केवल पैड बनाने का काम नहीं रहे हैं, बल्कि महिलाओं को जागरूक भी कर रहे हैं. पैड बनाने की उनकी इस मुहिम में पहले केवल 15 महिलाएं थीं, लेकिन धीरे-धीरे महिलाओं में जागरूकता आई, तो उनकी संख्या बढ़ने लगी. भूपेंद्र बताते है कि उनकी पैड बनाने की शुरुआत भी कुछ अरुणाचलम मुरुगुनाथ जैसी ही रही. जब उन्होंने पैड बनाने की यूनिट लगाने के बारे में अपने घरवालों को बताया तो उनका जमकर विरोध हुआ.

पैड बनाती महिलाएं
पैड बनाती महिलाएं

लेकिन कहते है न कि हौसला मजबूत हो और इरादे नेक, तो हर राह आसान हो जाती है. आखिरकार घर वाले भी भूपेंद्र का साथ देने को राजी हो गए और उनकी यह नेक मुहिम रंग लाई. ऐश्वर्या इंटरप्राइजेस के नाम से पैड बनाने की कंपनी चला रहे भूपेंद्र लगभग 75 हजार पैड बनाकर राजधानी भोपाल सहित पूरे प्रदेश में भेजते हैं. उनके यह पैड किसी जनरल स्टोर या मेडिकल स्टोर पर नहीं मिलते, बल्कि उनकी यूनिट की महिलाएं इन्हें घर-घर जाकर बेचती हैं और महिलाओं को जागरूक भी करती हैं.

ऐश्वर्या इंटरप्राइजेस
ऐश्वर्या इंटरप्राइजेस

भूपेंद्र की कंपनी काफी सस्ते पैड बनाती है. एक पैड की कीमत कीमत मात्र 2 रुपए है. जिसे बनाने की लागत 1 रुपए 80 पैसे है. यानि एक पैड पर केवल वे 20 पैसे का मुनाफा ले रहे हैं. भूपेंद्र की इस पहल से महिलाएं भी बेहद खुश हैं. भूपेंद्र की यह नेक सोच बेहद सार्थक है, जिसने नीमच जैसे पिछड़े जिले की महिलाओं को न सिर्फ रोजगार दिलाया, बल्कि गंभीर बीमारियों से निजात दिलाने की मुहिम भी छेड़ रखी है.

पैड खरीदती महिलाएं
पैड खरीदती महिलाएं

भूपेंद्र चाहते तो अपना कोई और बिजनेस शुरू कर सकते थे, लेकिन महिलाओं को गंदे कपड़े से आजादी दिलाने के लिए उन्होंने इस काम को एक मिशन का रूप दे दिया है. ईटीवी भारत भी भूपेंद्र के इस काम के लिए उन्हें सलाम करता है, क्योंकि जो इंसान खुद से पहले महिलाओं के सम्मान के लिए खड़ा होता है वही असली इंसान होता है.

Intro:नीमच। आपने अक्षय कुमार की पेड़मेन मूवी तो देखी ही होगी। अक्षय कुमार के कैरेक्टर से प्रभावित होकर नीमच जिले की जावद तहसील के छोटे से गाँव खोर में रहने वाला भूपेंद्र खोईवाल असल जिंदगी में पैडमेन बन गया हैं।
जी हां ये पेड़मेन मप्र के नीमच जिले के एक छोटे से गांव खोर का है। जिसने अपने बलबुते पर सैनेटरी नेपकिन यानि पेड़ बनाने की एक छोटी सी यूनिट की शुरुआत की हैं। इतना ही नही भूपेंद्र अपने गांव सहित जिलेभर में महिलाओ को इसके प्रति जागरूक करने का काम कर रहे हैं। साथ ही सस्ते पेड भी उपलब्ध करवा रहे है। इसके साथ ही गांव की ही 15 महिलाओ को रोजगार से भी जोड़ा है। बाजार से कम मूल्यों पर पेड बेचने के कारण पेड माँग बढ़ रही हैं।
कहते है न कि हौसला मजबूत हो और इरादे नेक हो तो हर राह आसान हो जाती है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया नीमच के इस पेडमेन ने। Body: जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर ग्राम खोर के एक जुझारू युवक भूपेंद्र खोईवाल ने महिलाओं की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए अक्षय कुमार की पैडमैन मूवी का किरदार निभाते हुए खोर में एक छोटे से प्लांट से नैपकिन पैड बनाने का कार्य शुरू किया। इस युवक ने ऐश्वर्या इंटरप्राइजेस नाम की अपनी एक फर्म बनाई और आसपास की कई महिलाओं को ना केवल रोजगार दिया बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर भी बनाया। धीरे धीरे कई महिलाओ ने इस काम में हाथ बटाना शुरू किया। इस छोटे से लघु उद्योग से लगभग 75,000 से अधिक नेपकिन पेड भोपाल और अन्य शहरों में अब तक ये भेजे जा चुके हैं।
भूपेंद्र ने काफी सस्ते पेड बनाए हैं। उनके 1 पेड की कीमत मात्र 2 रुपए हैं। भूपेंद्र ने बताया कि 1 पेड बनाने की लागत 1 रुपए 80 पैसे आती हैं, 20 पैसे के छोटे मुनाफ़े में समाज के लिए कुछ करना चाहते हैं साथ स्त्री के सम्मान में तत्पर हैं।
बाजार में ऐसे ही पेड 6 से 7 रुपयों में बिक्री होते हैं।
यह पैडमैन अपनी टीम के साथ विभिन्न गांवो का भ्रमण करते है और अपनी टीम के साथ घर-घर सेनेटरी नैपकिन पहुंचाने के साथ ही महिलाओ को जागरूक करने का काम भी कर रहे है।
भूपेंद्र ने अपनी यूनिट को बढ़ाने का मन बनाते हुए शासकीय ऋण के लिए आवेदन भी दिया हैं, मगर पिछले चार माह से वो बैंको के चक्कर लगा रहे है, लेकिन अबतक ऋण नहीं मिल पाया। इस मामले में जिला पंचायत सीईओ ने भरोसा दिलाया है की वे भूपेंद्र की मदद जरूर करेगी।
Conclusion:भूपेंद्र खोईवाल ने बताया की वे सामाजिक क्षेत्र में कुछ काम करना चाहते थे और जब उन्होंने अक्षय कुमार की पेडमेन मूवी देखी तो ऐसा ही कुछ करने की ठानी। केंद्र की स्त्री स्वाभिमान योजना के तहत सेनेटरी नेपकिन पेड यूनिट लगाई। जिसमे पहले काफी समस्याएं आई क्योकि महिलाए इस काम को करने में शर्म सी महसूस करती थी, लेकिन उन्हें भी जागरूक किया और आज यूनिट में 15 महिलाए काम कर रही है। यही नहीं ये महिलाए उनके साथ गांव-गांव जाकर अन्य महिलाओ को जागरूक करने का काम तक करती है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.