नीमच। आपने अक्सर सुना या पढ़ा होगा कि कई बार किसी भोले भाले व्यक्ति पर पुलिस, झूठा केस लगाकर उसे प्रताड़ित करती है. ऐसा ही एक मामला नीमच शहर में सामने आया है. यहां पुलिसकर्मी झूठे केस बनाने से बाज नहीं आ रहे हैं. जबकि झूठे केस के मामले पहले भी यहां सामने आ चुके हैं. नीमच में एनडीपीएस के झूठे केस के मामले में एसपी तक का तबादला हो चुका है. वहीं दो जवानों पर अपने ही थाने में मामला दर्ज होने के बाद एक बार फिर नीमच शहर की सिटी पुलिस पर रुपए लेकर झूठा फंसाने के आरोप लगे हैं. इस मामले में एक ऑडियो भी सामने आया है. जिसमें पुलिसकर्मी व परिजनों के बीच चर्चा हो रही है. जिसके बाद एएसपी सुंदर कनेश ने कार्रवाई का पीड़ित को आश्वासन दिया है.
एसपी से लगाई गुहार
मंगलवार को ग्राम उचेड के गीताबाई कच्छावा के साथ गांव के अन्य लोग पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुंदर कनेश को घटनाक्रम बताया और सिटी थाने में पदस्थ सहायक उप निरीक्षक वीरेंद्र सिंह पर पैसे लेने के बाद आबकारी एक्ट का झूठा प्रकरण बनाने के आरोप लगाये हैं. गीताबाई ने ज्ञापन में कहा है कि उसके पति प्रेमचंद सिंह व ससुर चतरा कच्छावा 31 जनवरी को निम्बाहेड़ा किसी काम से गये थे. वहां से वापस मोटरसाइकल पर आ रहे थे. तभी रास्ते में आबकारी विभाग के लोगों ने रोक लिया.
एमपी में प्रवेश करते ही पकड़ा
जैसे ही शराब खरीदकर वे मध्य प्रदेश की सीमा में दाखिल हुए तो विभाग द्वारा उन्हें रास्ते पर ही रोक दिया गया और पहले उन्हें जावद थाने ले जाया गया, जहां थाने पर पुलिस को दो पेटी की बजाए उससे अधिक पेटी का प्रकरण बनाने का दबाव बनाया गया लेकिन वहां पर जब टीआई ने दो पेटी से अधिक केस बनाने की बात से इंकार कर दिया, तो आबकारी विभाग ने उपरोक्त दोषियों को नयागांव चौकी ले गये. जहां भी आबकारी विभाग द्वारा दो पेटी से अधिक का मामला बनाने की बात हुई. यहां भी थाना प्रभारी ने दो पेटी से ज्यादा केस बनाने से इंकार कर दिया. तब आबकारी विभाग द्वारा नीमच सिटी पुलिस से संपर्क साधा गया और सिटी पुलिस द्वारा उपरोक्त मामले में 2 पेटी की बजाए 6 पेटी शराब का झूठा प्रकरण बना कर आरोपियों को जेल भेज दिया गया.