नीमच। पिछले दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नीमच में आमसभा में भादवामाता मंदिर स्थल पर कॉरिडोर बनाने की घोषणा की थी. इसके बाद कलेक्टर दिनेश कुमार जैन के प्रयासों से मंदिर विकास का प्रोजेक्ट तैयार कर शासन और समाज सेवियों की मदद से आकार देने का कार्य शुरू किया. यहां की खुदाई में प्राचीन बावड़ी का द्वार निकल आया है. इस बावड़ी को भव्य आकार दिया जा रहा है. इसी श्रृंखला में समाजसेवी अशोक अरोरा द्वारा करीब 5 करोड़ की लागत से मंदिर परिसर के विकास का कार्य प्रारंभ करवाया गया. इसके अलावा अन्य समाजसेवी भी अलग-अलग कार्य अपनी ओर से करवा रहे हैं. मंदिर के प्रथम चरण का कार्य अक्टूबर तक पूरा करने का लक्ष्य है.
निर्माण कार्य शुरू निखरने लगा मंदिर: आरोग्य की देवी महामाया भादवामाता के मंदिर और प्रांगण का रूप निखरने लगा है. इस मंदिर को न केवल भव्य आकार दिया जा रहा है बल्कि श्रद्धालुओं और लकवा रोगियों के विश्राम के लिए भी बेहतर व्यवस्था जुटाई जा रही है. भादवामाता को धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए यहां के समाज सेवी भी आगे बढ़कर सहयोग दे रहे हैं.
इस मंदिर की खासियत: मान्यता के अनुसार, भादवामाता मंदिर में स्थित पवित्र बावड़ी के जल से स्नान करने से लकवा रोगियों को लाभ होता है. यही कारण है कि वर्ष की दोनों नवरात्रि में यहां देश भर से लकवाग्रस्त रोगी भारी संख्या में आते हैं और निरोगी होकर जाते हैं. महामाया मंदिर में नवदुर्गा की प्रतिमाएं स्थापित हैं. मूल प्रतिमा 11 वीं शताब्दी की बताई जाती है. परंपरानुसार यहां भील समाज के लोग पुजारी हैं. दिनो दिन मंदिर की ख्याति और श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के मद्देनजर मंदिर के कायाकल्प की आवश्यकता महसूस हो रही थी.