नीमच। शहर में कचरा बीनने वाले बच्चों के उज्वल भविष्य के लिए प्रशासनिक अधिकारियों ने एक सकारात्मक कोशिश की है. इनके लिए जिला मुख्यालय पर 100 सीटर हॉस्टल बनाया गया है, जिसमें सामान्य जरुरतमंद बच्चों के साथ कचरा बीनने वाले बच्चों को भी जोड़ा गया है, जहां वह सकारात्मक और साफ-सुथरे परिवेश में रहकर अपनी पढ़ाई में ध्यान दे पाते हैं.
सरकारी सर्वे के मुताबिक नीमच में कचरा बीनने वाले बच्चों की तादाद करीब 150 है. कचरा बीनने वाले बच्चे अपने परिवार के लिए आर्थिक रुप से मददगार बन जाते हैं और धीरे-धीरे यही उनका रोजगार भी बन जाता है. इस बार वीआर सर्वे में 30 ऐसे बच्चों को चिह्नित किया गया है, जो कचरा तो बीनते ही थे, साथ ही पढ़ाई में भी रुचि रखते थे.
जिला पंचायत सीईओ भव्या मित्तल ने इन बच्चों के लिए अनूठी योजना तैयार की है. जिला मुख्यालय पर बने 100 सीटर हॉस्टल में 25 बच्चों का दाखिला करवाया गया है. जहां उन्हें सुबह ब्रश करने से लेकर रात को सोने के लिए गद्देदार बिस्तर तक मुहैया कराया गया है. इसी परिसर में चल रहे प्राथमिक विद्यालय में बच्चों को प्रवेश दिलाया गया है, जहां वे 11 से शाम 4 बजे तक पढ़ाई करते हैं.