नीमच। कोरोना वायरस की चपेट में आने से होने वाली मौतों का आंकड़ा तेजी से बढ़ता जा रहा है. ऑक्सीजन और बेड को लेकर सरकार की ओर से बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं, डिमांड से ज्यादा ऑक्सीजन मध्यप्रदेश में उपलब्ध होने की भी बात कही जा रही है. जबकि, हकीकत में जिला के निजी अस्पताल में समय पर ऑक्सीजन बेड नहीं मिलने पर युवा दम तोड़ने को मजबूर हो रहे हैं. हालात दिनों दिन बिगड़ रहे हैं ना दवाई काम कर रही है और ना ही दुआ. इसका ही नतीजा है कि दिनभर शहर के मरघट पर कोविड मरीजों की चिताएं जल रही हैं. मगर सरकार कह रही है कि कहीं कोई दिक्कत नहीं है. कोरोना की दूसरी लहर जिले में भयावह रूप लेती जा रही है.
ऑक्सीजन के कमी के कारण टूट रही सांसें
जिले में हर दिन सौ के पार मरीज मिल रहे हैं. वहीं, अस्पताल के अंदर ऑक्सीजन की कमी के कारण कोरोना संक्रमित लोगों को भर्ती नहीं किया जा रहा है. जिसके चलते पिछले दो दिनों में यहां 25 लोगों का अंतिम संस्कार कोरोना प्रोटोकॉल के तहत किया गया, जबकि प्रशासन के द्वारा पिछले 2 दिनों में 10 लोगों की मौत कोरोना से होना बताया गया है. इसके बाद आम लोगों में जागरूकता नहीं आ रही है. वे बाजार बेवजह घूमकर लोगों की जान को खतरे में डाल रहे हैं.
बेकाबू रफ्तार की जद में हंसते खेलते परिवार उजड़ रहे
कोरोना संक्रमण की बेकाबू रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है. जिसकी वजह से मौतों का आंकड़ा दिन ब दिन बढ़ता ही जा रहा है. हंसते खेलते परिवार उजड़ने लगे हैं. हालत ये हो गई है कि कोरोना पॉजिटिव होते ही लोगों की अब सदमें से ही मौत होने लगी हैं. नीमच में पिछले एक सप्ताह में कई ऐसे परिवारों भी हैं जहां दो से तीन लोगों की मौत हुई है. वहीं एक बेटे को कोरोना होने के बाद पिता की सदमें में मौत हो गई. पिता की मौत की खबर सुनने के बाद जिला अस्पताल में कोरोना सेन्टर में भर्ती पुत्र की भी मौत हो गई. ऐसे में एक सप्ताह में ही हंसते खेलता परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा, ऐसे ना जाने कितने ही दर्द भरे किस्से हैं, जो अब तक सामने नहीं आ पाए.
संसाधन नही जुटा पाई सरकार
हर दिन मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. सरकार एक साल में कोरोना से बचाव को लेकर कोई संसाधन नहीं जुटा पाई. अब चाहकर भी मौतों की रफ्तार को रोक नहीं पा रही है. ऑक्सीजन की कमी है. ऑक्सीजन कमी के चलते लोगों का जीवन बचाने में डॉक्टर नाकाम साबित हो रहे हैं.
बेड के अभाव में हो रही मौतें
अन्य जिलों की तरह अब नीमच में हालत खराब हो गए हैं. जिले के निजी क्लिनिक सहित सरकारी अस्पतालों में भी अब बेड खाली नहीं होने के कारण मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है. समय पर इलाज के अभाव में लोगों की मौत होना शुरू हो गई हैं. नीमच में गुरूवार को भी 30 साल के एक व्यक्ति की अस्पताल में बेड नहीं मिलने के कारण मौत हो गई. परिजनों ने बताया वो 4 से 5 दिनों से सर्दी खासी से पीड़ित थे.
25 से ज्यादा लोगों का हुआ अंतिम संस्कार
गुरूवार और शुक्रवार को जिला अस्पताल में इलाज करा रहे 25 से ज्यादा लोगों ने दम तोड़ दिया. मिली जानकारी के अनुसार दो दिन में कोरोना प्रोट्रोकॉल के तहत 25 लोगों को मुक्तिधाम पर अंतिम संस्कार किया गया, जबकी एक कुकडेश्वर के व्यक्ति का रतलाम में कोरोना प्रोट्रोकॉल के तहत अंतिम संस्कार किया गया.
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कोरोना संक्रमितों के आंकड़े, दो दिन में 257 संक्रमित
जिले में कोरोना संक्रमण तेजी से फैलना शुरू हो गया है. संक्रमण के आंकड़े हर दिन नए आयाम स्थापित कर रहे हैं. सारी व्यवस्थाएं मुंह चिढ़ा रही हैं. संक्रमण के आंकड़े रोज शतक पार कर रहे हैं. कोरोना पॉजिटिविटी रेट कम होने का नाम नहीं ले रही है. कोरोना की रिपोर्ट के अनुसार, दो दिन में 257 संक्रमित मिले हैं. कोरोना की दूसरी लहर बेहद घातक होती चली जा रही हैं. हालात बदतर होते जा रहे हैं.