नीमच। 2020 के स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर ने पूरे देश में पहला रैंक हासिल किया है. वहीं नीचम जिला इस साल स्वच्छता सर्वेक्षण में 90वां स्थान पर रहा. पिछले दो सालों की अपेक्षा इस साल नीमच जिला पिछड़ा है, जिसे देखते हुए नीमच कलेक्टर जितेंद्र सिंह राजे ने कलेक्टोरेट सभागृह में जिले के सभी सीएमओ की बैठक ली.
स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 को लेकर बुलाई बैठक
साल 2018 में जिले ने देश में 70वां स्थान प्राप्त किया था, जबकि वर्ष 2019 में 47वें स्थान पर रहा, लेकिन इस साल नीमच ने देश में 90वां स्थान प्राप्त किया है. स्वच्छता सर्वेक्षण के आंकड़ों में लगातार गिरावट आने के कारण कलेक्टर ने सभी सीएमओ की बैठक बुलाई. जिसमें सभी सीएमओ से अपने-अपने क्षेत्र की जानकारियां ली. साथ ही ये भी जाना कि सभी सीएमओ परिषद में स्वच्छता को लेकर क्या कर रहे हैं, और किसकी क्या कमजोरी है ? जिसके कारण साल 2020 में जिला स्वच्छता सर्वेक्षण में पिछड़ा है.
कलेक्टर ने कमजोरियों का किया आंकलन
बैठक के दौरान कलेक्टर ने कमजोरियों का आंकलन कर उन्हें दूर करने संबंधित निर्देश दिए. साथ ही सभी को नए सुझाव दिए हैं. इन सुझावों में क्षेत्र का सौंदर्यीकरण और एनसीओ की मदद लेने की बात कही गई है. इसके अलावा बड़े प्रतिष्ठान और बैंक के पीएसआर फंड से सहयोग लेने का भी सुझाव दिया. इस दौरान कलेक्टर ने नीमच शहर ज्यादा फोकस करने की बात कही.
स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 की तैयारियों में जुटा नीमच
कलेक्टर ने सभी सीएमओ से इस बार अच्छा काम करके स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में अच्छी रैंकिंग हासिल करने के लिए कहा है. वहीं आज पुराना रिकॉर्ड खंगालने के लिए नगर पालिका को आदेश दिया गया. जिसके बाद नगर पालिका पिछले स्वच्छता सर्वेक्षण का रिकॉर्ड खंगालेगी और पुराने अंक निकाले जाएंगे. जिसके बाद सभी की समीक्षा की जाएगी. समीक्षा के बाद वर्तमान स्थिति से मिलानकर कमियों को दूर किया जाएगा. साथ ही ये भी पता लगाया जाएगा, कि पिछले सालों की तुलना में इस साल जिला स्वच्छता सर्वेक्षण में क्यों पिछड़ गया ?