नीमच। सब पढ़ें सब बढ़ें, स्कूल चले हम जैसे तमाम अभियान इस गांव में बेमानी साबित हो रहे हैं. मनासा तहसील की सोकड़ी पंचायत के नाली गुर्जर गांव में लगभग 3 साल से अधिक समय से भवन के अभाव में चारभुजा मंदिर परिसर में स्कूल चलाया जा रहा है. जहां बच्चों की पढ़ाई भगवान भरोसे ही चल रही है.
प्राइमरी स्कूल का भवन जर्जर होकर खंडहर में तब्दील होता जा रहा है. बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर स्कूल प्रबंधन ने भवन को खाली कर ग्रामीणों की सहमति से स्कूल का संचालन चारभुजा मंदिर में करना शुरू कर दिया. इस दौरान पंचायत से लेकर कलेक्टर तक भवन निर्माण और भवन उपलब्ध कराने के लिए तमाम आवेदन ग्रामीणों और स्कूल प्रबंधन ने दिए. मगर आज तक स्कूल भवन का निर्माण नहीं हो पाया है. बच्चे मंदिर परिसर में ही पढ़ाई कर रहे हैं.
मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं का बार-बार क्लास के करीब से गुजरने से बच्चों का ध्यान भी पढ़ाई में नहीं लग पाता, जबकि मन्दिर में कभी किसी धार्मिक आयोजन-अनुष्ठान के दौरान स्कूल का संचालन कहीं अन्य जगह करना पड़ता है. इस संबंध में ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने स्कूल के प्रधानाचार्य के साथ-साथ वरिष्ठ अधिकारियों, राजनेताओं को इस समस्या से अवगत कराया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.
स्कूल में करीब 30 से 40 बच्चे हैं. स्कूल के दस्तावेजों की बात करें तो वो भी बिखरे पड़े हैं. कुछ दस्तावेज बक्सों में बंद कर स्थानीय लोगों के घरों में रखे गये हैं तो कुछ जर्जर भवन में, कई महत्वपूर्ण दस्तावेज शिक्षक अपने घर पर रखे हुए हैं. ऐसे में शिक्षकों को काम करने में भी असुविधा होती है.