नीमच। जिले के मंडी में अजवाइन व्यापारियों ने अजवाइन की नीलामी में भाग नहीं लेने की घोषणा की है. यहां व्यापारी अजवाइन का रंग साफ करने के लिए केमिकल के धुंआ के जरिए अजवाइन पर कलर चढ़ाते है. इस प्रकिया को फ्यूमिगेशन करना भी कहा जाता है. कलर चढ़ाने की प्रकिया पर जिला प्रशासन व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है. इससे नाराज होकर अजवाइन व्यापारी मंडी में सोमवार से नीलामी में भाग लेना बंद कर दिया है.
इस मामले को लेकर गुरूवार को एसडीएम एसएल शाक्य की उपस्थिति में मंडी व्यापारियों की बैठक आयोजित की गई, जो बेनतीजा रही. बता दें कि मंडी व्यापारी संघ ने मंडी प्रशासन को पत्र लिखकर कहा था कि 28 जनवरी से मंडी में व्यापारी अजवाइन की नीलामी में भाग नहीं लेंगे.
जिसे लेकर व्यापारियों से चर्चा करने के लिए एसडीएम एसएल शाक्य मंडी कार्यालय पहुंचे थे. जहां मंडी सचिव सतीष पटेल की उपस्थिति में मंडी व्यापारी संघ अध्यक्ष राकेश भारद्वाज व अजवाइन व्यापारियों के बीच करीब एक घंटे तक चर्चा हुई. इस बारे में व्यापारियों का कहना था कि नीमच मंडी में अजवाइन भिन्न-भिन्न कलर में लाई जाती है. साथ ही प्राकृतिक प्रकोप के कारण इस वर्ष अजवाइन की फसल ज्यादा काली हो गई है.
ऐसी फसल खरीदने के बाद व्यापारी अजवाइन को फ्यूमिगेशन करते है. वर्तमान में खाद्य एवं औषधि प्रशासन अधिकारी ने पूर्ण रूप से फ्यूमिगेशन बंद करवा रखा है. सालों से अजवाइन व्यापारी भिन्न-भिन्न प्रकार की अजवाइन पर फ्यूमिगेशन कर उसे प्रदेश सहित देश के विभिन्न राज्यों में बेचते आ रहे है. बैठक में व्यापारियों ने बताया कि इस प्रकार प्रतिबंध लगाना और व्यापारियों के खिलाफ रासुका की कार्रवाई करना न्यायसंगत नहीं है, क्योंकि केंद्र शासन के नियमानुसार फ्यूमिगेशन किया जा सकता है. जिसके लिए मानक तय है, बावजूद इसके कार्रवाई की जा रही है.
इस पर एसडीएम शाक्य ने व्यापारियों से कहा कि यदि ऐसा कोई प्रावधान है तो वे इस बारे में पता लगा रहे हैं. जिसके लिए भोपाल पत्र भेजा गया है, ताकि समाधान हो सके. साथ ही उन्होंने आदेश दिए है कि जब तक जवाब नहीं आता तब तक मंडी में अजवाइन की खरीदी प्रारंभ करें. वहीं व्यापारियों ने कहा कि जब तक समाधान नहीं होता, तब तक वे नीलामी शुरू नहीं करेंगे और न निलामी में भाग लेंगे.