भोपाल/नीमच। चोर समझकर आदिवासी युवक को वाहन से घसीटने के मामले में पुलिस ने बड़ा एक्शन लिया है. पुलिस ने आरोपियों के अवैध मकानों को ध्वस्त कर दिया है. वहीं नीमच कलेक्टर मयंक अग्रवाल और एसपी सूरज कुमार वर्मा ने मृत आदिवासी युवक के घर जाकर उसके परिवार से मुलाकात की और मृतक के परिवार को 4 लाख 12 हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने की भी घोषणा की.
कलेक्टर, एसपी ने परिजनों से की मुलाकात
कलेक्टर और एसपी ने बांणदा गांव जाकर आदिवासी युवक कन्हैया लाल भील के घर वालों से मुलाकात की. इस दौरान परिजनों ने मृतक के बेटे के नाम से सहायता राशि देने की मांग की. कलेक्टर और एसपी ने परिवार को आश्वासन दिया है कि मृतक के बेटे के नाम से एफडी करवाकर राहत राशि प्रदान की जाएगी. इस दौरान प्रशासनिक अधिकारियों ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का भी आश्वासन मृतक के परिवार को दिया.
शनिवार को सामने आया था वीडियो
शनिवार को नीमच जिले के रतनगढ़ का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें एक युवक की पिटाई कर उसे पिकअप वाहन से बांधकर सड़क पर घसीटा जा रहा था. घटना के बाद युवक की मौत हो गई थी. वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने घटना में 5 लोगों को आरोपी बनाया था, जिसमें से 2 की गिरफ्तारी हो चुकी है, जबकि 3 आरोपी अभी भी फरार चल रहे हैं.
रविवार को जिला प्रशासन ने की कार्रवाई
रविवार को पुलिस और जिला प्रशासन ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की. पुलिस ने गांव में पहुंचकर आरोपियों की अवैध संपत्तियों पर बुल्डोजर चलाया. इस दौरान सिंगोली क्षेत्र के पाटन गांव में बने आरोपी के 80 लाख रुपए के अवैध भवन को गिराया गया.
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कांग्रेस ने गठित किया जांच दल
इधर इस मामले में मध्य प्रदेश कांग्रेस ने जांच दल गठित किया है. पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया के नेतृत्व में 4 विधायकों का दल नीमच के सिंगोली गांव जाएगा और घटना की जांच करेगा. कांग्रेस का दल मौके पर जाकर पीड़ित परिवार से मुलाकात भी करेगा और फिर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को रिपोर्ट सौंपेगा. कांग्रेस ने कांतिलाल भूरिया, विधायक हर्ष विजय गहलोत, पाचीलाल मीणा, दिलीप गुर्जर और मनोज चावला को मिलाकर जांच दल बनाया गया है.