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नरसिंहपुर जिला अस्पताल में PICU का शुभारंभ, गंभीर बच्चों का हो सकेगा इलाज - National Health Mission

नरसिंहपुर जिला अस्पताल में पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट का शुभारंभ किया गया है. जिसके चलते अब गंभीर हालत में भी नवजात शिशुओं और बच्चों का इलाज किया जा सकेगा.

PICU inaugurated at Narsinghpur District Hospital narsinghpur
नरसिंहपुर जिला अस्पताल में PICU शुभारंभ
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Published : Aug 19, 2020, 2:10 PM IST

नरसिंहपुर। केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत शिशु मृत्यु दर कम करने के उद्देश्य जिले को एक बड़ी सौगात दी है. बता दें कि जिला अस्पताल में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत PICU (पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट) का शुभारंभ किया गया है. जिससे अब न केवल नरसिंहपुर बल्कि छिंदवाड़ा, सागर, रायसेन, उदयपुरा, होशंगाबाद के गंभीर बच्चों का इलाज संभव होगा. बताया जा रहा है कि यहां अब 21 दिन के नवजात शिशु से लेकर 14 साल के बच्चे का इलाज संभव हो सकेगा.

जिला अस्पताल की सिविल सर्जन डॉक्टर अनीता अग्रवाल ने बताया कि PICU की यूनिट के लिए बजट केंद्र सरकार की स्वास्थ्य मिशन ने प्रस्तावित किया है. वहीं स्पोर्टिंग स्टॉफ के साथ राउंड ओ क्लॉक के हिसाब से डाक्टरों की पोस्टिंग की गई है. ताकि बेहतर स्वास्थ सुविधा उपलब्ध कराई जा सके. सिविल सर्जन ने बताया कि पहले नरसिंहपुर के अलावा आसपास के सीमावर्ती जिलों जैसे रायसेन, उदयपुरा, होशंगाबाद, छिंदवाड़ा, सागर के भी अति गंभीर बच्चों को इलाज के लिए नरसिंहपुर जिला अस्पताल आते थे, लेकिन हालात गंभीर होने के चलते उन्हें जबलपुर रैफर किया जाता था. अब इस समस्या से निजात मिलेगी.

नरसिंहपुर। केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत शिशु मृत्यु दर कम करने के उद्देश्य जिले को एक बड़ी सौगात दी है. बता दें कि जिला अस्पताल में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत PICU (पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट) का शुभारंभ किया गया है. जिससे अब न केवल नरसिंहपुर बल्कि छिंदवाड़ा, सागर, रायसेन, उदयपुरा, होशंगाबाद के गंभीर बच्चों का इलाज संभव होगा. बताया जा रहा है कि यहां अब 21 दिन के नवजात शिशु से लेकर 14 साल के बच्चे का इलाज संभव हो सकेगा.

जिला अस्पताल की सिविल सर्जन डॉक्टर अनीता अग्रवाल ने बताया कि PICU की यूनिट के लिए बजट केंद्र सरकार की स्वास्थ्य मिशन ने प्रस्तावित किया है. वहीं स्पोर्टिंग स्टॉफ के साथ राउंड ओ क्लॉक के हिसाब से डाक्टरों की पोस्टिंग की गई है. ताकि बेहतर स्वास्थ सुविधा उपलब्ध कराई जा सके. सिविल सर्जन ने बताया कि पहले नरसिंहपुर के अलावा आसपास के सीमावर्ती जिलों जैसे रायसेन, उदयपुरा, होशंगाबाद, छिंदवाड़ा, सागर के भी अति गंभीर बच्चों को इलाज के लिए नरसिंहपुर जिला अस्पताल आते थे, लेकिन हालात गंभीर होने के चलते उन्हें जबलपुर रैफर किया जाता था. अब इस समस्या से निजात मिलेगी.

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