नरसिंहपुर| गाडरवारा की शक्कर नदी सदानीरा के नाम से जानी जाती थी, लेकिन आजकल शक्कर नदी की सांस भी अटकी हुई है. दूर-दूर तक पानी नजर नहीं आता है. आसपास लगे पेड़ भी सूखने की कगार पर हैं और नदी के सूखने से तरबूजे-खरबूजे और ककड़ी की खेती करने वाले छोटे किसानों के सामने भी रोजी-रोटी का संकट मंडराने लगा है.
कई सालों से शक्कर नदी में गर्मी के दिनों में पानी की एक बूंद भी देखने को नहीं मिल रही है. जिससे किसान गड्ढा खोदकर पानी निकालते हैं और इसी पानी से सिंचाई करते हैं. किसानों का कहना है कि पहले के समय में काफी लोग इस खेती से जुड़े हुए थे, वर्तमान में 1-2 परिवार ही मजबूरी में इस जोखिम को उठा रहे हैं, जोकि दयनीय है.
नदी में जल नहीं होने से आसपास के जल स्तर में भी काफी गिरावट आई है. साथ ही आस पास गंदगी का अंबार लगा हुआ है.