मुरैना। पोरसा थाना क्षेत्र के पचपेड़ा गांव में मंदिर की जमीन पर बने घर को तोड़ने पर राजाबेटी नाम की महिला अपनी दो बेटियों के साथ आत्मदाह करने की कोशिश की. जिसे काफी मशक्कत के बाद आग से बाहर निकाला गया. इस कार्रवाई से नाराज ग्रामीणों ने प्रशासन पर हल्ला बोल दिया और तहसीलदार भूमिजा सक्सेना को बंधक बना लिया.
दरअसल पचपेड़ा गांव में मंदिर की जमीन पर रामअवतार का परिवार कई सालों से कब्जा कर निवास कर रहा है. जिस लेकर कई बार शिकायत की गई और जमीन खाली करने की बात कही गई थी. जिस पर आश्वासन भी मिला था. वहीं मंगलवार को जमीन खाली कराने के लिए जेसीबी लेकर पहुंची. जिसके बाद राजाबेटी ने आत्मदाह की धमकी दी. वहीं पुलिस के कार्रवाई शुरु करने के साथ ही महिला अपने दो बेटियों के साथ केरोसिन तेल डालकर आग लगा ली. जिसके बाद प्रशासन के हाथ पांव फूल गये. तुरंत महिला को आग से बचाया गया. लेकिन, इसमें वह और एक बेटी 60-70 फीसदी झुलस गईं. जबकि एक अन्य बेटी का पता नहीं चला. महिला को मुरैना के जिला अस्पताल भेजा गया.
उधर, महिला के आत्मदाह की कोशिश के बाद ग्रामीण भड़क गए. ग्रामीणों ने तहसीलदार भूमिजा सक्सेना को बंधक बना लिया. पुलिस दल पर पथराव शुरू कर दिया. बवाल की सूचना पर कलेक्टर प्रियंका दास और एसपी असित यादव मौके पर भारी फोर्स के साथ पहुंचे. घटना की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर ने पीडित के परिवार को 50 हजार की सहायता राशि प्रदान की है. वहीं महिला के इलाज की जानकारी के लिए एसपी और कलेक्टर खुद जिला अस्पताल पहुंचे. महिला की हालत स्थिर बनी हुई है. तहसीलदार भूमिजा सक्सेना पर लगाए जा रहे आरोपों को कलेक्टर ने नकारते हुए साफ किया कि सारे आरोप बेबुनियाद हैं.