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जमीन खाली कराने के विरोध में महिला ने दो बेटियों संग लगाई आग, ग्रामीणों ने तहसीलदार को बनाया बंधक - ,मुरैना

मुरैना के पचपेड़ा गांव में मंदिर के जमीन पर बने घर को खाली कराने गये प्रशासन पर ग्रामीणों ने हल्ला बोल दिया. इस दौरान महिला ने आत्मदाह की कोशिश करते हुए खुद को आग के हवाले कर दिया. इस घटना से गुस्साये ग्रामीणों ने तहसीलदार को करीब दो घंटे तक बंधक बना कर रखा था.

जमीन खाली कराने पर महिला ने की आत्मदाह
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Published : Jun 19, 2019, 5:28 AM IST

मुरैना। पोरसा थाना क्षेत्र के पचपेड़ा गांव में मंदिर की जमीन पर बने घर को तोड़ने पर राजाबेटी नाम की महिला अपनी दो बेटियों के साथ आत्मदाह करने की कोशिश की. जिसे काफी मशक्कत के बाद आग से बाहर निकाला गया. इस कार्रवाई से नाराज ग्रामीणों ने प्रशासन पर हल्ला बोल दिया और तहसीलदार भूमिजा सक्सेना को बंधक बना लिया.

प्रशासन के अतिक्रमण हटाने के विरोध में महिला ने की आत्मदाह की कोशिश

दरअसल पचपेड़ा गांव में मंदिर की जमीन पर रामअवतार का परिवार कई सालों से कब्जा कर निवास कर रहा है. जिस लेकर कई बार शिकायत की गई और जमीन खाली करने की बात कही गई थी. जिस पर आश्वासन भी मिला था. वहीं मंगलवार को जमीन खाली कराने के लिए जेसीबी लेकर पहुंची. जिसके बाद राजाबेटी ने आत्मदाह की धमकी दी. वहीं पुलिस के कार्रवाई शुरु करने के साथ ही महिला अपने दो बेटियों के साथ केरोसिन तेल डालकर आग लगा ली. जिसके बाद प्रशासन के हाथ पांव फूल गये. तुरंत महिला को आग से बचाया गया. लेकिन, इसमें वह और एक बेटी 60-70 फीसदी झुलस गईं. जबकि एक अन्य बेटी का पता नहीं चला. महिला को मुरैना के जिला अस्पताल भेजा गया.

उधर, महिला के आत्मदाह की कोशिश के बाद ग्रामीण भड़क गए. ग्रामीणों ने तहसीलदार भूमिजा सक्सेना को बंधक बना लिया. पुलिस दल पर पथराव शुरू कर दिया. बवाल की सूचना पर कलेक्टर प्रियंका दास और एसपी असित यादव मौके पर भारी फोर्स के साथ पहुंचे. घटना की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर ने पीडित के परिवार को 50 हजार की सहायता राशि प्रदान की है. वहीं महिला के इलाज की जानकारी के लिए एसपी और कलेक्टर खुद जिला अस्पताल पहुंचे. महिला की हालत स्थिर बनी हुई है. तहसीलदार भूमिजा सक्सेना पर लगाए जा रहे आरोपों को कलेक्टर ने नकारते हुए साफ किया कि सारे आरोप बेबुनियाद हैं.

मुरैना। पोरसा थाना क्षेत्र के पचपेड़ा गांव में मंदिर की जमीन पर बने घर को तोड़ने पर राजाबेटी नाम की महिला अपनी दो बेटियों के साथ आत्मदाह करने की कोशिश की. जिसे काफी मशक्कत के बाद आग से बाहर निकाला गया. इस कार्रवाई से नाराज ग्रामीणों ने प्रशासन पर हल्ला बोल दिया और तहसीलदार भूमिजा सक्सेना को बंधक बना लिया.

प्रशासन के अतिक्रमण हटाने के विरोध में महिला ने की आत्मदाह की कोशिश

दरअसल पचपेड़ा गांव में मंदिर की जमीन पर रामअवतार का परिवार कई सालों से कब्जा कर निवास कर रहा है. जिस लेकर कई बार शिकायत की गई और जमीन खाली करने की बात कही गई थी. जिस पर आश्वासन भी मिला था. वहीं मंगलवार को जमीन खाली कराने के लिए जेसीबी लेकर पहुंची. जिसके बाद राजाबेटी ने आत्मदाह की धमकी दी. वहीं पुलिस के कार्रवाई शुरु करने के साथ ही महिला अपने दो बेटियों के साथ केरोसिन तेल डालकर आग लगा ली. जिसके बाद प्रशासन के हाथ पांव फूल गये. तुरंत महिला को आग से बचाया गया. लेकिन, इसमें वह और एक बेटी 60-70 फीसदी झुलस गईं. जबकि एक अन्य बेटी का पता नहीं चला. महिला को मुरैना के जिला अस्पताल भेजा गया.

उधर, महिला के आत्मदाह की कोशिश के बाद ग्रामीण भड़क गए. ग्रामीणों ने तहसीलदार भूमिजा सक्सेना को बंधक बना लिया. पुलिस दल पर पथराव शुरू कर दिया. बवाल की सूचना पर कलेक्टर प्रियंका दास और एसपी असित यादव मौके पर भारी फोर्स के साथ पहुंचे. घटना की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर ने पीडित के परिवार को 50 हजार की सहायता राशि प्रदान की है. वहीं महिला के इलाज की जानकारी के लिए एसपी और कलेक्टर खुद जिला अस्पताल पहुंचे. महिला की हालत स्थिर बनी हुई है. तहसीलदार भूमिजा सक्सेना पर लगाए जा रहे आरोपों को कलेक्टर ने नकारते हुए साफ किया कि सारे आरोप बेबुनियाद हैं.

Intro:एंकर - मुरैना _अंबाह _ के पोरसा थाना क्षेत्र में प्रषासन और पुलिस की अतिक्रमण हटाने की कार्रवाही में एक महिला आग में कूद गई। मामला पचपेढ़ा गांव का है जहां पर मंदिर की जमीन से अतिक्रमण हटाने के लिए प्रषासन की टीम मौके पर पहुंची पर जब अतिक्रमण हटाने की कार्रवाही जारी हुई तो वहां मौजुद महिला घर के बाहर रखे करव में आग लगाकर कूद गई। महिला को कूदते देखा मौके पर मौजुद पुलिस कर्मीयो और लोगो ने उसे बचाया पर ये देख जनता बेकाबू हो गई और भीड ने पथराव षुरू कर दिया। वही तहसीलदार भूमिजा सक्सैना को भी घंटो तक बंधक बनाए रखा।  घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर अतिरिक्त पुलिस बल और अधिकारी पहुंचे तब जाकर लोग षांत हुए और घायल महिला को जिला अस्पताल इलाज के लिए भेजा
पचपेढा की ये वही जमीन है जिस पर रामऔतार के परिवार ने कब्जा कर लिया है। ये लोग सालो से इस जमीन पर रह रहे है। पहले भी कई बार षिकायत हुई पर हर बार जमीन खाली करने का आष्वासन देने के बाद कुछ नही हुआ जिस पर इस बार जब प्रषासन की टीम पहुंची तो उन्होने कार्रवाही षुरू कर दी। जिसका विरोध करते हुए राजाबेटी मकान के बाहर रखी करव में आग लगाकर उसमें कुद गई। लोगो ने राजाबेटी को निकाला जब तक वो आग मे झुलस चूकी थी। परिजनो की माने तो एक बच्ची बटूरी 4 साल की गायब है। जिसकी तलाष जारी है। गुस्साई भीड ने जेसीबी में आग लगाकर तहसीलदार की गाडी पर भी पथराव किया और तहसीलदार को घेर लिया। 


बाइट -1                    परिजन

बाइट - 2 प्रियंका दास            कलेक्टरBody:- घटना की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर ने पीडित के परिवार का 50 हजार की सहायता राषि प्रदान की है। वहीं महिला के इलाज की जानकारी के लिए एसपी और कलेक्टर खुद जिला अस्पताल पहुंचे,,महिला की हालत स्थिर बनी हुई है। तहसीलदार भूमिजा सक्सैना पर लगाए जा रहे आरोपो को कलेक्टर ने नकारते हुए साफ किया कि सारे आरोप बेबुनियाद है। 

Conclusion:- माफी औकाफ की जमीन पर रामऔतार का परिवार लंबे समय से रह रहा था , क्या इस तरह की कार्रवाही करना सही है ये तय करना होगा,, वही घटना के बाद प्रषासन हालात का षांतिपूर्वक रखने में भी नाकाम रहा,, इस घटना ने एक बार फिर से साबित कर दिया कि प्रषासन के अधिकारी बिना किसी प्लानिंग के ही इस तरह की कार्रवाहीयो को अंजाम दे रहे है।
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