मुरैना। जिले के छत्त का पुरा गाँव की वृद्ध महिला मीरा बाई ने बीती 7 जून 2022 को पुलिस को रिपोर्ट की थी कि कि उसका बेटा विश्वनाथ सखवार करीब दो साल से घर नहीं आया है. कुछ समय पहले तक रिश्तेदारों और गांव वालों के पास फोन कॉल भी आ जाते थे, लेकिन अब सब कुछ बंद है. पुलिस ने इसके आधार पर गुमशुदगी दर्ज की और मामले की अपने तरीके से विवेचना प्रारंभ की.
साइबर सेल की मदद से खुला राज : पुलिस ने साइबर सेल की मदद ली तो मृतक का मोबाइल चालू मिला और उसकी लोकेशन मुरैना में ही होना पाया गया. जब कॉल डिटेल निकाली तो उसकी अपनी बहन से बात होना पाया गया. बहन से पूछताछ में उसने बताया कि उसके भाई विश्वनाथ के नाम से उसके पास एक कॉल आया था लेकिन बातचीत में आवाज उसकी नहीं लगने पर काट दिया था. इसके बाद पुलिस ने साइबर सेल को और सक्रिय किया. इस दौरान छानबीन में सामने आया कि मृतक की पत्नी को उसके ही गांव के अरविंद सखवार के साथ कई बार देखा गया है. अरविंद के नाम की मोबाइल सिम जिस फोन में उपयोग की गई थी. उसका एमआई नंबर एक ही था. संदेह पुख्ता होने पर अरविंद और विश्वनाथ की पत्नी को थाने बुलाकर पूछताछ की तो चैंकाने वाले तथ्य सामने आए.
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पत्नी और उसका प्रेमी गिरफ्तार : पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि विश्वनाथ को रास्ते से हटाने के लिए वे उसे 24 नवंबर 2020 बाजार से खरीदारी के नाम पर अंबाह चलने की कहकर अपने साथ लाए. बाद में बाजार से नींद वाली गोलियां खरीदकर विश्वनाथ को ज्यादा मात्रा मे खिलाईं. इसके बाद उसे साथ लेकर आगरा की ओर चले तो रास्ते में एबी रोड पर सिकरौदा नहर में कपड़े उतारकर और मोबाइल छीनकर धकेल दिया. कुछ दिन बाद एक अज्ञात व्यक्ति की लाश मिलने पर सरायछौला थाना पुलिस ने मर्ग दर्ज कर मृतक की पहचान कराने की कोशिश की, लेकिन विश्वनाथ के नाम की कोई गुमशुदगी दर्ज न होने से किसी को संदेह नहीं हुआ और स्थानीय पुलिस ने भी उसकी कोई तालाशी नहीं की. थाना प्रभारी सिहोनिया पवन सिंह भदौरिया के अनुसार विश्वनाथ की हत्या में अरविंद सखवार के साथ मृतक की पत्नी को पकड़ा गया है.