मुरैना(Morena)। रेत माफिया के हौंसले इस कदर बुलंद है कि रेत का अवैध उत्खनन कर ट्रॉली में रेत भरकर ट्रैक्टर ट्रॉली से रेत निकालने का काम करते हैं. ऐसा ही एक मामला राजघाट से सामने आया है जहां रेत निकालने के दौरान अचानक नदी का जल स्तर बढ़ जाता है और जैसे ही रेत से भरी ट्रेक्टर ट्रॉली को निकालने की कोशिश करते है वैसे ही ट्रैक्टर गहरे पानी के गड्ढे में फंस गया और पलट गया.चालक छिन्नू बाल बाल बच गया.उसके बाद रेत माफिया ने जेसीबी और डोजर से बड़ी मशक्कत के बाद ट्रैक्टर ट्रॉली को बाहर निकाला .इस पूरे घटना क्रम का वीडियो माफियाओं ने खुद बनाया जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.इससे ये प्रतीत होता है कि माफिया पुलिस और प्रशासन से बिल्कुल नहीं डरता.
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चंबल नदी के राजघाट पर बने पुराने पुल रेत का अवैध उत्खनन जोरों पर
चंबल नदी के राजघाट पर बने पुराने पुल के पास इन दिनों रेत माफिया द्वारा रेत उत्खनन का काम जोरों पर चल रहा है.उसी दौरान एक ट्रेक्टर- ट्रॉली चंबल नदी में पलट जाती है,और चालक बाल बाल बच जाता है.वहीं रेत माफियों द्वारा इस ट्रैक्टर- ट्राली को निकालने के लिए दो जेसीबी मशीन की मदद से निकाली जाती है.उसका वीडियो भी बनाया जाता है और उसे सोशल मीडिया पर वायरल भी किया जाता है.इससे लग रहा है कि रेत माफियों के हौसले बुलंद है.आपको बता दें कि अभी हाल ही में संपन्न हुई टास्क फोर्स की बैठक में कमरे के अंदर अधिकारियों ने रेत के खनन को लेकर कार्रवाई की जबकि जमीनी स्तर पर भी कार्रवाई होनी चाहिए.
टास्क फोर्स की कार्रवाई सिर्फ कागजों में
चंबल नदी के जिन घाटों से अवैध उत्खनन कर रेत निकाली जा रही है.लेकिन उन ठिकानों पर कार्रवाई का साहस पुलिस और प्रशासन नहीं जुटा पा रहा है. बैठक में कार्रवाई का बड़ा खाका खींचकर शासन को भेज दिया जाता है.लेकिन धरातल पर देखा जाए तो कार्रवाई के नाम पर सिर्फ औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं.इसके अलावा जैतपुर और कैंथरी घाट से भी रात दिन अवैध उत्खनन हो रहा .