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बीजेपी किसानों के हित में काम करती तो शुगर मिल पहले ही चालू कर देतीः रामनिवास रावत - MP

मुरैना में कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष रामनिवास रावत ने सांसद अनूप मिश्रा और बीजेपी पर जनता को भ्रमित करने का आरोप लगाया है.

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Published : Feb 16, 2019, 4:54 AM IST

मुरैना। बीते दिनों बीजेपी सांसद अनूप मिश्रा के नेतृत्व में जिले की कैलारस तहसील में 15 बर्षो से बंद सहकारी शक्कर कारखाना कैलारस को चालू करने की मांग को लेकर आंदोलन किया गया था. जिस पर कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष रामनिवास रावत ने सांसद अनूप मिश्रा और बीजेपी पर जनता को भ्रमित करने का आरोप लगाया है.


कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मंत्री रामनिवास रावत ने बीजेपी की करनी और कथनी में अंतर होने का आरोप लगाते हुए कहा कि 2003 से पहले प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी, तब कैलारस सहकारी शक्कर कारखाना चालू था. वहीं 2003 के बाद 2018 तक बीजेपी का शासन रहा, अगर ये किसानों के हित में सोचते और शुगर मिल चालू करना चाहते तो अब तक का इंतजार नहीं करते. उन्होंने कहा कि जैसे ही कांग्रेस की सरकार आई इन्होंने किसानों को भ्रमित करना शुरु कर दिया. मिल चालू करने की मांग करने सड़कों पर उतर ने लगे. हालांकि रावत ने प्रदेश सरकार को किसानों के हित में गंभीर बताया और जल्द शुगर मिल चालू करने की बात कही.

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गौरतलब है कि बर्ष 2003 में कांग्रेस की सरकार के समय किसानों के गन्ने का बकाया लगभग 2 करोड़ रुपया था. लेकिन, सरकार ने गन्ने का बकाया भुगतान नहीं किया तो किसानों ने कांग्रेस सरकार के सामने हड़ताल कर मिल को बंद कराया था. उसके बाद भजपा सरकार ने भी किसानों के गन्ने का बकाया भुगतान नहीं किया. तब तक शुगर मिल कर्मचारियों का वेतन भी बढ़ता गया और अब 2019 आते-आते यह बकाया 29 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है.

मुरैना। बीते दिनों बीजेपी सांसद अनूप मिश्रा के नेतृत्व में जिले की कैलारस तहसील में 15 बर्षो से बंद सहकारी शक्कर कारखाना कैलारस को चालू करने की मांग को लेकर आंदोलन किया गया था. जिस पर कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष रामनिवास रावत ने सांसद अनूप मिश्रा और बीजेपी पर जनता को भ्रमित करने का आरोप लगाया है.


कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मंत्री रामनिवास रावत ने बीजेपी की करनी और कथनी में अंतर होने का आरोप लगाते हुए कहा कि 2003 से पहले प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी, तब कैलारस सहकारी शक्कर कारखाना चालू था. वहीं 2003 के बाद 2018 तक बीजेपी का शासन रहा, अगर ये किसानों के हित में सोचते और शुगर मिल चालू करना चाहते तो अब तक का इंतजार नहीं करते. उन्होंने कहा कि जैसे ही कांग्रेस की सरकार आई इन्होंने किसानों को भ्रमित करना शुरु कर दिया. मिल चालू करने की मांग करने सड़कों पर उतर ने लगे. हालांकि रावत ने प्रदेश सरकार को किसानों के हित में गंभीर बताया और जल्द शुगर मिल चालू करने की बात कही.

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गौरतलब है कि बर्ष 2003 में कांग्रेस की सरकार के समय किसानों के गन्ने का बकाया लगभग 2 करोड़ रुपया था. लेकिन, सरकार ने गन्ने का बकाया भुगतान नहीं किया तो किसानों ने कांग्रेस सरकार के सामने हड़ताल कर मिल को बंद कराया था. उसके बाद भजपा सरकार ने भी किसानों के गन्ने का बकाया भुगतान नहीं किया. तब तक शुगर मिल कर्मचारियों का वेतन भी बढ़ता गया और अब 2019 आते-आते यह बकाया 29 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है.

Intro:बीते दिनों भाजपा के मुरैना श्योपुर सांसद अनूप मिश्रा के नेतृत्व में जिले की कैलारस तहसील में 15 बर्षो से बंद सहकारी शक्कर कारखाना कैलारस को चालू करने की मांग को लेकर आंदोलन किया गया । जिस पर कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष रामनिवास रावत ने सांसद अनूम मिश्र और उनकी भारतीय जनता पार्टी पर जनता को भ्रमित करने का आरोप लगाया है ।




Body:कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मंत्री रामनिवास रावत ने भारतीय जनता पार्टी की करनी और कथनी में अंतर होने का आरोप लगाते हुए कहा कि 2003 से पहले प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी, तब कैलारस सहकारी शक्कर कारखाना चालू था। 2003 के बाद 2018 तक भजपा का शासन रहा, अगर ये किसानों के हितैसी होते और शुगर मिल चालू करना चाहते तो अब तक का इंटनार नही करते । जैसी ही कांग्रेस की सरकार आयी इन्होंने किसानों को भ्रमित करने सुरु कर दिया और अगर5 मिल चालू करने की मांग करने सड़को पर उतर ने लगे । हालांकि रावत ने प्रदेश सरकार को किसानों के हित में गंभीर बताया , और जल्द शुगर मिल चालू करने की बात कही ।




Conclusion:ज्ञात हो कि बर्ष 2003 में कांग्रेस की सरकार के समय किसानों के गन्ने का बकाया लगभग 2 करोड़ रुपया था ।लेकिन सरकार ने गन्ने का बकाया का भुगतान नही किया तो किसानों ने कांग्रेस सरकार के सामने हड़ताल कर मिल को बंद कराया था । उसके बाद भजपा सरकार ने भी किसानो के गन्ना के बकाया भुगतान को नही किया ।तब तक शुगर मिल कर्मचारियों का बेतन भी बढ़ता गया और अब 2019 आते आते यह बकाया 29 करोड़ रुपये तक पहुच गया । अब भाजपा और कांग्रेस किसानों से शुगर मिल चालू करने के नाम पर सिर्फ वोट की राजनीति कर रही है , लेकिन वास्तविक में कोई भी सरकार किसानों का भला करने के प्रति गंभीर नही है ,इसलिए शुगर मिल को चालू करने के लिए किसी भी बजट में 29-30 करोड़ के बजट का प्रावधान नही कर पा रही ।और दोश एक दूसरे पर थोपने में लागे है ।

बाईट - रामनिवास रावत - पूर्व मंत्री और कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस पार्टी
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