मुरैना। जिले में मच्छरों के प्रकोप के चलते लगातार मलेरिया और डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. इस बार मलेरिया के मरीजों का आंकड़ा 372 पर पहुंच गया है, वहीं जिन इलाकों में चंबल के बाढ़ का असर रहा, वहां पर डेंगू के मरीजों की संख्या 36 तक पहुंच गई है. स्वास्थ्य विभाग लगातार डेंगू के मरीजों के लिए अलर्ट पर है. डेंगू के डर के चलते लोगों में फीवर को लेकर दहशत बनी हुई है.
डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ने से लोगों में डर बना हुआ है. कई लोग अपना इलाज ग्वालियर में करा रहे हैं, तो कुछ अन्य जगहों पर. जिला अस्पताल के साथ प्राइवेट डॉक्टरों से भी इलाज कराया जा रहा है. गनीमत है कि इस बार किसी भी मरीज की डेंगू से मौत की कोई खबर नहीं मिली है.
डॉक्टरों की मानें तो देर से बारिश होने से डेंगू के मरीजों की संख्या पिछले साल की अपेक्षा कम रही है. मलेरिया और वायरल फीवर के मरीज बड़ी संख्या में अस्पताल आ रहे हैं, जिनका इलाज किया जा रहा है. मुरैना शहर की गांधी कॉलोनी, दत्तपुरा सहित कुछ कॉलोनियों में भी डेंगू के मरीज मिले हैं. जिनकी इलाज के बाद हालत ठीक है.
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार डेंगू के मरीजों की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है. डेंगू का सबसे ज्यादा असर कैलारस, सबलगढ़ के बाढ़ प्रभावित इलाकों में है. जहां पर इसकी रोकथाम के प्रयास किए जा रहे हैं.