मुरैना। नगर निगम के महापौर पर उनके दल के पार्षद और अन्य पार्षदों व ठेकेदारों ने निगम में पक्षपात और भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाए हैं. उन पर नियम के विरुद्ध बसपा पार्षद बालकिशन इन्दोलिया स्वयं के रिश्तेदार को एमआईसी का सदस्य बनाने और उन्हें निर्माण शाखा का प्रभार देने का आरोप लगा है. चूंकि ये प्रभार निगम में भाजपा की परिषद होने के चलते किसी अन्य दल के सदस्य को नहीं दिया जा सकता है.
अपनों के सितम से परेशान महापौर, पक्ष-विपक्ष, ठेकेदार सब ने लगाये भ्रष्टाचार के आरोप - Morena News
मुरैना नगर निगम के महापौर अशोक अर्गल पर उनके ही दल के पार्षदों सहित अन्य पार्षदों और ठेकेदारों ने निगम में पक्षपात और भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया है. जिस पर कटाक्ष करते हुए महापौर ने उनका इन बातों से संबंध नहीं होने की बात कही है
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Morena Mayor Accused of Corruption
मुरैना। नगर निगम के महापौर पर उनके दल के पार्षद और अन्य पार्षदों व ठेकेदारों ने निगम में पक्षपात और भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाए हैं. उन पर नियम के विरुद्ध बसपा पार्षद बालकिशन इन्दोलिया स्वयं के रिश्तेदार को एमआईसी का सदस्य बनाने और उन्हें निर्माण शाखा का प्रभार देने का आरोप लगा है. चूंकि ये प्रभार निगम में भाजपा की परिषद होने के चलते किसी अन्य दल के सदस्य को नहीं दिया जा सकता है.
मुरैना महापौर पर आरोप
मुरैना महापौर पर आरोप
Intro:नगर पालिक निगम मुरैना के महापौर अशोक अर्गल पर उनके ही दल के पार्षदों सहित अन्य पार्षदों और ठेकेदारों ने निगम में पक्षपात और भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया ।
भाजपा पार्षद ने कहा कि महापौर ने बसपा पार्षद बालकिशन इन्दोलिया को नियम विरुद्ध एमआईसी का सदस्य बनाया ,जो उनका रिश्तेदार है और उन्हें निर्माण शाखा का प्रभार दिया निगम में भाजपा की परिषद होने के कारण किसी अन्य दल के सदस्य को नहीं बनाया जा सकता ।
Body:वहीं कांग्रेस पार्षदों में ट्रांसपोर्ट नगर का नियम विरुद्ध संबंधित ठेकेदार को 1 करोड़ 20 लाख का भुगतान करने की बात कही यह भुगतान ऐसे समय में किया गया जब आयुक्त नगर निगम मूलचंद वर्मा रिलीज किया गया जिस दिनांक को मूलचंद वर्मा रिलीव हुए उसी दिन आज रात्रि 11:00 बजे के बाद ठेकेदार को 1 करोड़ 20 लाख का भुगतान करने का के पीछे भ्रष्टाचार की बात कांग्रेस पार्षदों ने कहते हुए महापौर पर गंभीर आरोप लगाए।
नगर निगम परिसर में बने सभागार के निर्माण और इंटीरियर डिजाइन पर खर्च हुए रु 18 लाख की लंबित राशि का भुगतान न होने पर ठेकेदार द्वारा महापौर अशोक अर्गल ₹5 लाख भुगतान के एवज में कमीशन मांगने के आरोप लगाए हैं ।
Conclusion:कांग्रेश और भाजपा पार्षदों सहित ठेकेदारों द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार और पक्षपात के आरोपों को महापौर अशोक अर्गल सिरे से खारिज करते हुए कहा कि भुगतान संबंधी फायदे महापौर के पास आती ही नहीं है तो उन में पक्षपात करने अथवा भ्रष्टाचार करने की बात ही नहीं उठती महापौर के पास तो सिर्फ सिर्फ कार योजना के समय प्रस्ताव स्वीकृति के लिए आते हैं उसके बाद कब निर्माण कार्यों के भुगतान होते हैं इस संबंध में मुझे कोई जानकारी नहीं रहती ना ही मेरे हस्ताक्षर से 40 लाख रुपये से कम के भुगतान होते कभी कोई योगदान होते हैं । वहीं ट्रांसपोर्ट नगर के निर्माण करने वाले कार्य एजेंसी को रातों-रात 1करोड़ 20 रुपये कर भुगतान किए जाने पर महापौर अशोक अर्गल ने कहा कि संबंधित कार्य एजेंसी ₹ तेरा करोड़ से अधिक के काम कर चुकी है और भुगतान न होने के कारण उसकी माली हालत ठीक नहीं है इसलिए फिलहाल उसे 1 करोड़ 20 लाख रुपये का भुगतान किया गया है ।
बाईट 1- केशब सिंह तोमर - भाजपा पार्षद नगर निगम
बाईट 2 - राजेश शर्मा - प्रोपराइटर, साधु बाबा कस्ट्रक्शन कंपनी
बाईट - 3 अशोक अर्गल - महापौर नगर निगम मुरैना
भाजपा पार्षद ने कहा कि महापौर ने बसपा पार्षद बालकिशन इन्दोलिया को नियम विरुद्ध एमआईसी का सदस्य बनाया ,जो उनका रिश्तेदार है और उन्हें निर्माण शाखा का प्रभार दिया निगम में भाजपा की परिषद होने के कारण किसी अन्य दल के सदस्य को नहीं बनाया जा सकता ।
Body:वहीं कांग्रेस पार्षदों में ट्रांसपोर्ट नगर का नियम विरुद्ध संबंधित ठेकेदार को 1 करोड़ 20 लाख का भुगतान करने की बात कही यह भुगतान ऐसे समय में किया गया जब आयुक्त नगर निगम मूलचंद वर्मा रिलीज किया गया जिस दिनांक को मूलचंद वर्मा रिलीव हुए उसी दिन आज रात्रि 11:00 बजे के बाद ठेकेदार को 1 करोड़ 20 लाख का भुगतान करने का के पीछे भ्रष्टाचार की बात कांग्रेस पार्षदों ने कहते हुए महापौर पर गंभीर आरोप लगाए।
नगर निगम परिसर में बने सभागार के निर्माण और इंटीरियर डिजाइन पर खर्च हुए रु 18 लाख की लंबित राशि का भुगतान न होने पर ठेकेदार द्वारा महापौर अशोक अर्गल ₹5 लाख भुगतान के एवज में कमीशन मांगने के आरोप लगाए हैं ।
Conclusion:कांग्रेश और भाजपा पार्षदों सहित ठेकेदारों द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार और पक्षपात के आरोपों को महापौर अशोक अर्गल सिरे से खारिज करते हुए कहा कि भुगतान संबंधी फायदे महापौर के पास आती ही नहीं है तो उन में पक्षपात करने अथवा भ्रष्टाचार करने की बात ही नहीं उठती महापौर के पास तो सिर्फ सिर्फ कार योजना के समय प्रस्ताव स्वीकृति के लिए आते हैं उसके बाद कब निर्माण कार्यों के भुगतान होते हैं इस संबंध में मुझे कोई जानकारी नहीं रहती ना ही मेरे हस्ताक्षर से 40 लाख रुपये से कम के भुगतान होते कभी कोई योगदान होते हैं । वहीं ट्रांसपोर्ट नगर के निर्माण करने वाले कार्य एजेंसी को रातों-रात 1करोड़ 20 रुपये कर भुगतान किए जाने पर महापौर अशोक अर्गल ने कहा कि संबंधित कार्य एजेंसी ₹ तेरा करोड़ से अधिक के काम कर चुकी है और भुगतान न होने के कारण उसकी माली हालत ठीक नहीं है इसलिए फिलहाल उसे 1 करोड़ 20 लाख रुपये का भुगतान किया गया है ।
बाईट 1- केशब सिंह तोमर - भाजपा पार्षद नगर निगम
बाईट 2 - राजेश शर्मा - प्रोपराइटर, साधु बाबा कस्ट्रक्शन कंपनी
बाईट - 3 अशोक अर्गल - महापौर नगर निगम मुरैना