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अवैध रेत से अस्पताल भवन का निर्माण करा रहा था ठेकेदार, वन विभाग ने जब्त की चार ट्रॉली रेत

मुरैना के जिला अस्पताल के पीछे नये अस्पताल की बिल्डिंग का निर्माण हो रहा है. इस बीच वन विभाग को सूचना मिली कि जो नई इमारत बनाई जा रही है वह चंबल नदी की रेत है जिस पर कार्रवाई करते हुए वन विभाग ने मौके से चार ट्रॉली रेत जब्त कर उसे देवरी भेज दिया गया.

वन विभाग ने जब्त की अवैध रेत
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Published : Sep 13, 2019, 11:55 PM IST

मुरैना। जिला अस्पताल की नई बिल्डिंग का निर्माण चंबल नदी की अवैध रेत से किया जा रहा है. जब वन विभाग को इसकी सूचना मिली तो वन अमले ने छापेमारी कर चंबल नदी की रेत को भरवा कर देवरी पहुंचा दिया. वन रेंजर ने बताया कि रेत से भरी चारों ट्रॉलियों को देवरी पहुंचाया जा रहा है, साथ ही आरोपी ठेकेदार के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.

अवैध रेत से बनाई जा रही है अस्पताल की इमारत

जिला अस्पताल के पीछे 600 बेड का नए अस्पताल भवन का निर्माण हो रहा है. वन विभाग को सूचना मिली थी कि नये अस्पताल में नंबल नदी से अवैध खनन कर रेत का उपयोग किया जा रहा है. वन विभाग की टीम ने मय फोर्स के मौके पर पहुंचकर चार ट्रॉली रेत को देवरी इको घड़ियाल सेंटर भेज दिया है.

वन रेंजर ने कहा कि अस्पताल निर्माण का ठेका जिस भी ठेकेदार के पास है, उसके खिलाफ नोटिस देकर जवाब तलब किया जाएगा और आगे की कार्रवाई की जाएगी.

मुरैना। जिला अस्पताल की नई बिल्डिंग का निर्माण चंबल नदी की अवैध रेत से किया जा रहा है. जब वन विभाग को इसकी सूचना मिली तो वन अमले ने छापेमारी कर चंबल नदी की रेत को भरवा कर देवरी पहुंचा दिया. वन रेंजर ने बताया कि रेत से भरी चारों ट्रॉलियों को देवरी पहुंचाया जा रहा है, साथ ही आरोपी ठेकेदार के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.

अवैध रेत से बनाई जा रही है अस्पताल की इमारत

जिला अस्पताल के पीछे 600 बेड का नए अस्पताल भवन का निर्माण हो रहा है. वन विभाग को सूचना मिली थी कि नये अस्पताल में नंबल नदी से अवैध खनन कर रेत का उपयोग किया जा रहा है. वन विभाग की टीम ने मय फोर्स के मौके पर पहुंचकर चार ट्रॉली रेत को देवरी इको घड़ियाल सेंटर भेज दिया है.

वन रेंजर ने कहा कि अस्पताल निर्माण का ठेका जिस भी ठेकेदार के पास है, उसके खिलाफ नोटिस देकर जवाब तलब किया जाएगा और आगे की कार्रवाई की जाएगी.

Intro:एंकर - मुरैना जिले के जिला अस्पताल की नई बिल्डिंग में ठेकेदार के द्वारा लगाए जा रहे चंबल के रेत के खिलाफ आज वन विभाग की टीम ने छापामार कार्रवाई करते हुए करीब चार ट्रॉली चंबल का रेत जप्त किया। चंबल के अवैध रेत को जप्त कर घड़ियाल सेंचुरी में रखवा दिया गया है। जिला अस्पताल के पीछे 600 बेड का नया अस्पताल बनाया जा रहा है जिसमें अवैध रूप से चंबल के रेत का उपयोग किया जा रहा है। वन विभाग को अवैध चंबल रेत की सूचना मिली तो वन विभाग की टीम ने मय फोर्स के चंबल के रेत को जप्त कर देवरी इको घड़ियाल सेंटर पर रखवा दिया है। और इसमें ठेकेदार कौन है उसको नोटिस देकर जवाब तलब किया जाएगा और आगे की कार्रवाई की जाएगी।


Body:वीओ - मुरैना जिला अस्पताल की निर्माणाधीन नई बिल्डिंग में ठेकेदार के द्वारा चंबल रेत के अवैध निर्माण में मोटा मुनाफा कमाने के।लिए सिंध के रेत की जगह चंबल के रेत का उपयोग किया जा रहा है। चंबल रेत की ट्राली महज 1500 रुपए की आ जाती है और सिंध रेत लगभग 6 हजार रुपए की आती है।इसलिए ठेकेदार सिंध रेत की आड़ में चंबल रेत का उपयोग बिल्डिंग में किया जा रहा है।जिससे ठेकेदार को मोटी रकम मिल जाती है,लेकिन सरकारी कागजों में सिंध नदी का रेत का उपयोग होना बताया जा रहा है।इससे पहले भी वन विभाग ने कलेक्टर के आदेश पर कार्यवाही की थी।निर्माणाधीन अस्पताल की बिल्डिंग में अब तक कई चंबल रेत की ट्रालियां खफा दी गई है।लेकिन ठेकेदार के ऊपर अभी तक कोई कार्यवाही नही की गई। जब दुबारा से इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी गई।तब आज वन विभाग ने मय फोर्स के निर्माणधीन बिल्डिंग के पास से चार ट्राली चंबल रेत जप्त किया और देवरी ईको सेंटर में रखवा दिया है।


Conclusion:बाइट - लाखन सिंह - रेंजर वन विभाग मुरैना।
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