मुरैना। जिले में पिछले 3 दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है. जिले की 4 तहसीलों में सबसे अधिक फसलें बर्बाद हुई है. किसान खेतों पर इंतजार कर रहे थे कि शायद अब सरकारी मुहावजे की मदद से ही उसको कुछ राहत मिल सके पर जब कोई आता दिखाई नहीं दिया तो शनिवार को कलेक्टर बंगले पर किसानों ने अपना दर्द सुनाया.
ओलावृष्टि से प्रभावित हुए एक दर्जन से अधिक गांवों के किसानों ने पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष हमीर सिंह पटेल, पूर्व विधायक शिवमंगल तौमर के साथ शनिवार को कलेक्टर बंगले का घेराव किया. आक्रोशित किसानों का कहना था कि उनकी फसलों में 100 फीसदी नुकसान हुआ है. लेकिन सूचना देने के बाद भी प्रशासन का कोई भी नुमाइंदा नुकसान का सर्वे करने नहीं पहुंचा है.
हालांकि किसानों से कलेक्टर प्रियंका दास बंगले पर तो नहीं मिली लेकिन कलेक्ट्रेट में किसानों से मिली और उन्हें आश्वासन दिया कि प्रशासन की टीमें क्षेत्र में उतर चुकी है और सर्वे कर रही है. जिसका जितना नुकसान होगा उतना ही उसका सर्वे किया जाएगा और पूरा मुआवजा दिया जाएगा.