मुरैना। जिले में शासकीय स्कूलों की हालत कितनी बदतर हो चुकी है. इसका अंदाजा शहर के बीचो-बीच बने शासकीय प्राथमिक विद्यालय क्रमांक-5 को देखकर लगाया जा सकता है. स्कूल के चारों तरफ गंदगी पसरी हुई है. आलय ये है कि गोबर व कूड़े के ढेर से आने वाल बदबू की वजह से स्कूल में पढ़ाई करने वाले बच्चों का क्लास में बैठ पाना दूभर हो गया है.
शिक्षकों की मानें तो कई बार शिकायत करने के बावजूद भी नगर निगम प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की है. स्कूल में पढ़ाई करने वाले छात्र जिन्हें देश के भविष्य कहा जाता है, उन पर गंदगी के चलते गंभीर बीमारियों का खतरा मंडराता रहता है. स्कूल की बिल्डिंग से लगे गोबर के ढेर और आसपास के जमा गंदा पानी और कीचड़ की वजह से छात्रों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
छात्रों का कहना है कि आस-पास से आने वाली गोबर और कचरे की गंध की वजह से वे ध्यान लगाकर पढ़ाई नहीं कर पाते हैं. शिक्षकों का कहना है कि स्कूल के आस-पास इतनी गंदगी होने की वजह से छात्रों को पढ़ाई करने में दिक्कत तो जाती ही है. इसके अलावा उनके स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा है. जिसकी वजह से स्कूल में बच्चे पढ़ने नहीं आते. मामले में जब कलेक्टर प्रियंका दास से बात की गई तो उन्होंने कहा कि नगर निगम को वहां की गंदगी हटवाने के लिए निर्देशत किया गया है. साथ ही वहां कचरा फेंकने वालों पर फाइन लगाने की बात की.