ग्वालियर। चंबल अंचल में सक्रिय 60 हजार का इनामी डकैत गुड्डा गुर्जर पुलिस के लिए सिरदर्द बन हुआ है. चंबल संभाग के आईजी राजेश चावला ने गुड्डा गुर्जर पर इनाम बढ़ाने के लिए एक प्रतिवेदन पुलिस मुख्यालय को भेजा है. जिसमें डकैत गुड्डा गुर्जर पर इनाम बढ़ाए जाने की बात कही गई है. डकैत गुड्डा गुर्जर पर लूट, डकैती. हत्या, हत्या के प्रयास के 26 से अधिक संगीन मामले दर्ज हैं. मुरैना पुलिस की एडी टीम (एंटी डकैत स्क्वायड) से गुड्डा गुर्जर का 4 बार शॉर्ट एनकाउंटर हुआ है, लेकिन गुड्डा हर बार पुलिस को चकमा देकर निकल जाता है.
सीएम ने भी दिया सख्त संदेश: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी चंबल आईजी और पुलिस अधीक्षक को भी सख्त लहजे में कहा है कि डकैत गुड्डा गुर्जर मध्यप्रदेश की छवि खराब कर रहा है. इस डकैत को तत्काल गिरफ्तार किया जाए, लेकिन गुड्डा की सक्रियता बताती है कि मुख्यमंत्री के निर्देश भी हवा हवाई ही नजर आ रहे हैं और डकैत गुड्डा गुर्जर अभी भी पुलिस की गिरफ्त से काफी दूर है. पुलिस अधीक्षक आशुतोष बागरी नेे आधा दर्जन से अधिक टीमें गठित कर पहाड़गढ़ और चंबल इलाके में गुड्डा की सर्चिंग और उसे पकड़ने के लिए भेजी हैं.
कांग्रेस ने कहा गुड्डा को राजनीतिक संरक्षण: कांग्रेस का आरोप है कि डकैत गुड्डा गुर्जर को भाजपा के नेताओं और पुलिस के अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है इसलिए उसको पकड़ना पुलिस के लिए मुश्किल होता जा रहा है. कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह का कहना है कि कांग्रेस की सरकार में अपराधियों में पुलिस का इतना खौफ रहता था कि कई अपराधी मध्य प्रदेश छोड़कर अन्य प्रदेशों में भाग गए थे, लेकिन यह सरकार कार्रवाई के नाम पर हवाबाजी कर रही है, क्योंकि इनके नेता और अधिकारी डकैत और अपराधियों को संरक्षण दिए हुए हैं. कांग्रेस नेता ने सवाल उठाते हुए कहा कि पुलिस अधीक्षक आशुतोष बागरी के 8 माह के कार्यकाल में गुड्डा गुर्जर से चार बार शार्ट एनकाउंटर हुआ, लेकिन वह अब भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है. पुलिस अधीक्षक ने मुरैना में पदभार ग्रहण करते ही एक एडी टीम बना दी थी जो लगातार गुड्डा को पकड़ने के लिए चंबल और पहाड़गढ़ के जंगलों में दबिश दे रही है लेकिन वह भी नाकाम साबित हो रही है. आरपी सिंह कहते हैं कि इससे ऐसा अंदाजा लगाया जा सकता है कि पुलिस अधीक्षक की टीम भी उनके निर्देशों का पालन नहीं कर रही है, इसलिए डकैत गुड्डा गुर्जर पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.