मुरैना। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर तारीखों का एलान नहीं हुआ है, लेकिन प्रदेश की सियासी हलचल बढ़ गई है. राजनीतिक पार्टियों का एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप जारी है. इसी क्रम में कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री चौधरी राकेश सिंह ने बीजेपी की वर्चुअल रैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी के पास इस समय सत्ता और धन है. जिसका उपयोग कोरोना काल के लिए तो ठीक है. लेकिन यह धन का दुरूपयोग है. वहीं चौधरी राकेश सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कोरोना काल में चुनौतियों को अवसर में बदलने वाली बात को मूर्खता बताते हुए कहा कि नितिन गडकरी जैसे विद्वान व्यक्ति भी अगर नरेंद्र मोदी की इस दूरदर्शिता को सही ठहराते हैं तो इससे बड़ा दुर्भाग्य पूर्ण समय देश के लिए दूसरा नहीं होगा.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा पलायन कर मध्यप्रदेश में वापस लौटे मजदूरों को रोजगार देने वाली बात पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मैं पिछले 30 वर्षों से मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह की कार्यशैली और भाषण शैली दोनों को देख रहा हूं. वह सिर्फ लोगों को गुमराह कर रहे हैं. इसके अलावा दूसरा कोई काम नहीं करते है. केवल मंच से कह देने अथवा योजनाओं की घोषणा कर देने से न तो मजदूर की आर्थिक स्थिति सुधरती है न ही क्षेत्र का विकास होता है.
पूर्व मंत्री राकेश चौधरी ने कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए पूर्व विधायकों को लेकर कहा कि इन लोगों ने न केवल कांग्रेस का अपमान किया है. बल्कि 80 लाख जनता के साथ विश्वासघात किया हैं, और इसका परिणाम जनता आगामी उपचुनाव में इन उम्मीदवारों को देगी. वहीं उन्होंने ग्वालियर चंबल अंचल में भाजपा को एक भी सीट न जीतने का दावा करते हुए कहा कि आगामी चुनाव में इन उम्मीदवारों को जनता अपमानित कर वापस करेगी.