मुरैना। अम्बाह तहसील के ग्रामीण आजकल भू माफिया के अवैध कब्जों को लेकर परेशान हैं. भू माफिया शासकीय भूमि के साथ-साथ निजी जमीन पर कब्जा कर अवैध रूप से मिट्टी का खनन कर उसे बेच रहे हैं. जिससे परेशान होकर अम्बाह तहसील के सिकरोड़ी गांव के ग्रामीणों ने कलेक्टर ऑफिस में पहुंचे सरपंच पर भूमाफिया से सांठगांठ का आरोप लगाते हुए तहसीलदार भरत यादव को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की है. जिसके बाद तहसीलदार ने मामले में संबंधित एसडीएम को पत्र भेजकर ग्रामीणों को जांच का आश्वासन दिया है.
सिकरोड़ी गांव रहने वाले किसान माधौ सिंह तोमर का कहना है कि सरपंच राम रतन लंबे समय से जेसीबी मशीनों के साथ ट्रैक्टर ट्रॉली चलाकर बड़ी मात्रा में शासकीय भूमि से करोड़ों रुपए की मिट्टी का खनन कर बाजार में बेच रहा है. साथ ही सभी भूमि पर कब्जा कर उस पर कृषि करने की तैयारी कर रहा है. यही नहीं शासकीय भूमि के आसपास ग्रामीण किसानों की पुश्तैनी भूमि पर भी कब्जा करने की कोशिश की जा रही है. पीड़ितों ने सरपंच पर दबंगई करने के साथ ग्रामीणों की जमीन को भी हड़प रहा है.
वहीं इस मामले में शोएब रजा का कहना है कि कलेक्टर को दिए ज्ञापन में उन्होंने अपनी निजी भूमि को मुक्त कराने के साथ-साथ शासकीय भूमि पर किए गए अवैध रूप से कब्जा हटाने की मांग की है और मिट्टी के अवैध खनन से राजस्व विभाग को करोड़ों का नुकसान पहुंचाया जिसकी जांच कर टैक्स खनिज विभाग में जमा कराने की मांग की है.
ग्रामीणों के सरपंच पर गंभीर आरोप
ग्रामीणों के मुताबिक अम्बाह तहसील के सिकरोड़ी गांव का सरपंच राम रतन सिंह मावई ने अपने प्रभाव और पद का दुरुपयोग करते हुए लगभग 90 बीघा शासकीय भूमि को अपने कब्जे में ले चुका है और उससे अवैध रूप से मिट्टी का खनन कर बेचने का काम कर लाखों- करोड़ों रुपए कमा रहा है. ग्रामीणों का आरोप है कि शासकीय भूमि के आसपास लगी निजी 12 बीघा जमीन पर भी कब्जा कर लिया है और वापस लौटने के नाम पर डरा धमका रहा है. ग्रामीणों ने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर आरोपी सरपंच और उसके परिवार के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए अपनी भूमि को मुक्त कराने की मांग जिला प्रशासन से की है.