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16 अधिकारियों के वेतन वृद्धि-कटौती के कलेक्टर ने दिए निर्देश - 16 अधिकारियों के वेतन वृद्धि रोकने के निर्देश

मुरैना में आज कलेक्टर बी कार्तिकेयन ने बैठक की. जहां उन्होंने अधिकारियों को कई निर्देश दिए हैं. वहीं 16 अधिकारियों के वेतन वृद्धि रोकने और कटौती के भी निर्देश दिए.

Collector instructed to stop increment of 16 officers
कलेक्टर ने दिए निर्देश
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Published : Jan 28, 2021, 7:50 PM IST

मुरैना। कलेक्टर बी कार्तिकेयन ने कहा है कि शासन की प्राथमिकता वाली योजनाओं में अधिकारी ऐसे शब्द इस्तेमाल न करें कि देखता हूं, दिखवाता हूं या निर्देश दे दिये हैं. निर्देश देने का काम सिर्फ और सिर्फ हेडक्वार्टर का होता है. जिलों में बैठे हुये एचओडी का काम धरातल पर दिखे.उनको मूर्त रूप दें, यह होना चाहिए. ये निर्देश उन्होंने गुरुवार को नवीन कलेक्ट्रेट सभाकक्ष मुरैना में संचालित कल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को दिये है.

बैठक में 7 नगर पालिका व अन्य विभाग 09 अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुये कारण बताओ नोटिस, वेतनवृद्धि और वेतन काटने के निर्देश दिये. इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत रोशन कुमार सिंह, अपर कलेक्टर उमेशप्रकाश शुक्ला, नगर निगम कमिश्नर अमरसत्य गुप्ता, संयुक्त कलेक्टर संजीव कुमार जैन, एलके पाण्डे, समस्त एसडीएम, समस्त जिलाधिकारी, जनपद सीईओ, नगरीय निकायों के सीएमओ और तहसीलदार मौजूद रहे.

एक वेतन वृद्धि रोकने व तीन दिवस का वेतन काटने के निर्देश

कलेक्टर बी. कार्तिकेयन ने कोविड टीका की समीक्षा की. जिसमें शासन के निर्धारित लक्ष्य के अनुसार जिले में प्रतिदिन 300 लोगों का कोविड टेस्ट कराने के निर्देश थे. जिसमें यह आंकडा 250 तक ही प्रतिदिन किया गया. इसके अलावा जिन लोगों को वैक्सीन लगनी थी. वह कार्य भी शत-प्रतिशत नहीं हुआ. कलेक्टर कार्तिकेयन ने वैक्सीन न लगवाने वाले कर्मचारियों की जानकारी सीएमएचओ से प्राप्त की. जिस पर सीएमएचओ डॉ. आरसी बांदिल वर्गवार जानकारी से अवगत न करा सके. इस पर कलेक्टर ने उनकी एक वेतनवृद्धि रोकने का नोटिस व तीन दिन का वेतन काटने के निर्देश दिये.

कलेक्टर ने कहा कि जिले में सात टीकाकरण केन्द्रों पर 100-100 के मान से 3600 लोगों को वैक्सीन लगानी थी. जिसमें मात्र 2401 लोगों को वैक्सीन लगाई गई है. जिसमें ऐसे कितनी महिला पुरूष हैं, जो किन्ही कारण के चलते यह टीका नहीं लगवा सके. ऐसे कितनी गर्भवती महिला हैं या ऐसे कितने कर्मचारी हैं जो जिले से बाहर हैं उनकी जानकारी उपलब्ध नहीं करा सके.

कलेक्टर ने निर्देश दिये कि जिले में ऐसे कितने टेस्टिंग के सेंटर बनाये गये थे, उनको प्रतिदिन 300 का लक्ष्य दिया गया था. प्रतिदिन टेस्टिंग रिपोर्ट लक्ष्य से कम आई है. जिले में ऐसे 1 हजार कर्मी कौन से हैं, जिन्होंने कोविड वैक्सीन का टीका नहीं लगवाया है, उनकी जानकारी सारणी में लिखित में प्रस्तुत करें.

कलेक्टर कार्तिकेयन ने कहा है कि जिले में टीके का कार्य शत प्रतिशत पूर्ण नहीं हुआ है. यह कार्य 89 प्रतिशत ही क्यों, 11 प्रतिशत ऐसे कौन से छूटे हुये बच्चे हैं. इसके लिये सीएमएचओ टीकाकरण के दिन सभी ब्लाक स्तर के अधिकारियों से इस प्रकार के निर्देश दें कि प्रत्येक मंगल और शुक्रवार को टीकाकरण में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिये. उन्होंने सभी एसडीएम को निर्देश दिये कि अपने-अपने क्षेत्र में यह सुनिश्चित करें कि शतप्रतिशत टीका होना चाहिये.

कलेक्टर ने जिले के सभी सीएमओ के वेतन रोकने के निर्देश

कलेक्टर बी. कार्तिकेयन ने बैठक में निर्देश दिये कि शासन की योजनाओं में रूचि नहीं लेने वाले जिले के समस्त नगरीय निकायों के सीएमओ के वेतन आहरित नहीं होंगे. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जब तक वे सूचित ना करें, तब तक एक भी सीएमओ का वेतन जारी नहीं किया जाये. उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में योजनाओं तीव्रगति से प्रगतिरत है, लेकिन मुरैना में योजनाओं की स्थिति ठीक नहीं है. पीओडूडा और एलडीएम प्रतिदिन समीक्षा करें, योजनाओं में मुझे गति चाहिये. मुझे 8 फरवरी की वीसी से पहले 7 फरवरी तक लक्ष्य के अनुरूप प्रोग्रेस चाहिये.

मुरैना। कलेक्टर बी कार्तिकेयन ने कहा है कि शासन की प्राथमिकता वाली योजनाओं में अधिकारी ऐसे शब्द इस्तेमाल न करें कि देखता हूं, दिखवाता हूं या निर्देश दे दिये हैं. निर्देश देने का काम सिर्फ और सिर्फ हेडक्वार्टर का होता है. जिलों में बैठे हुये एचओडी का काम धरातल पर दिखे.उनको मूर्त रूप दें, यह होना चाहिए. ये निर्देश उन्होंने गुरुवार को नवीन कलेक्ट्रेट सभाकक्ष मुरैना में संचालित कल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को दिये है.

बैठक में 7 नगर पालिका व अन्य विभाग 09 अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुये कारण बताओ नोटिस, वेतनवृद्धि और वेतन काटने के निर्देश दिये. इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत रोशन कुमार सिंह, अपर कलेक्टर उमेशप्रकाश शुक्ला, नगर निगम कमिश्नर अमरसत्य गुप्ता, संयुक्त कलेक्टर संजीव कुमार जैन, एलके पाण्डे, समस्त एसडीएम, समस्त जिलाधिकारी, जनपद सीईओ, नगरीय निकायों के सीएमओ और तहसीलदार मौजूद रहे.

एक वेतन वृद्धि रोकने व तीन दिवस का वेतन काटने के निर्देश

कलेक्टर बी. कार्तिकेयन ने कोविड टीका की समीक्षा की. जिसमें शासन के निर्धारित लक्ष्य के अनुसार जिले में प्रतिदिन 300 लोगों का कोविड टेस्ट कराने के निर्देश थे. जिसमें यह आंकडा 250 तक ही प्रतिदिन किया गया. इसके अलावा जिन लोगों को वैक्सीन लगनी थी. वह कार्य भी शत-प्रतिशत नहीं हुआ. कलेक्टर कार्तिकेयन ने वैक्सीन न लगवाने वाले कर्मचारियों की जानकारी सीएमएचओ से प्राप्त की. जिस पर सीएमएचओ डॉ. आरसी बांदिल वर्गवार जानकारी से अवगत न करा सके. इस पर कलेक्टर ने उनकी एक वेतनवृद्धि रोकने का नोटिस व तीन दिन का वेतन काटने के निर्देश दिये.

कलेक्टर ने कहा कि जिले में सात टीकाकरण केन्द्रों पर 100-100 के मान से 3600 लोगों को वैक्सीन लगानी थी. जिसमें मात्र 2401 लोगों को वैक्सीन लगाई गई है. जिसमें ऐसे कितनी महिला पुरूष हैं, जो किन्ही कारण के चलते यह टीका नहीं लगवा सके. ऐसे कितनी गर्भवती महिला हैं या ऐसे कितने कर्मचारी हैं जो जिले से बाहर हैं उनकी जानकारी उपलब्ध नहीं करा सके.

कलेक्टर ने निर्देश दिये कि जिले में ऐसे कितने टेस्टिंग के सेंटर बनाये गये थे, उनको प्रतिदिन 300 का लक्ष्य दिया गया था. प्रतिदिन टेस्टिंग रिपोर्ट लक्ष्य से कम आई है. जिले में ऐसे 1 हजार कर्मी कौन से हैं, जिन्होंने कोविड वैक्सीन का टीका नहीं लगवाया है, उनकी जानकारी सारणी में लिखित में प्रस्तुत करें.

कलेक्टर कार्तिकेयन ने कहा है कि जिले में टीके का कार्य शत प्रतिशत पूर्ण नहीं हुआ है. यह कार्य 89 प्रतिशत ही क्यों, 11 प्रतिशत ऐसे कौन से छूटे हुये बच्चे हैं. इसके लिये सीएमएचओ टीकाकरण के दिन सभी ब्लाक स्तर के अधिकारियों से इस प्रकार के निर्देश दें कि प्रत्येक मंगल और शुक्रवार को टीकाकरण में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिये. उन्होंने सभी एसडीएम को निर्देश दिये कि अपने-अपने क्षेत्र में यह सुनिश्चित करें कि शतप्रतिशत टीका होना चाहिये.

कलेक्टर ने जिले के सभी सीएमओ के वेतन रोकने के निर्देश

कलेक्टर बी. कार्तिकेयन ने बैठक में निर्देश दिये कि शासन की योजनाओं में रूचि नहीं लेने वाले जिले के समस्त नगरीय निकायों के सीएमओ के वेतन आहरित नहीं होंगे. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जब तक वे सूचित ना करें, तब तक एक भी सीएमओ का वेतन जारी नहीं किया जाये. उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में योजनाओं तीव्रगति से प्रगतिरत है, लेकिन मुरैना में योजनाओं की स्थिति ठीक नहीं है. पीओडूडा और एलडीएम प्रतिदिन समीक्षा करें, योजनाओं में मुझे गति चाहिये. मुझे 8 फरवरी की वीसी से पहले 7 फरवरी तक लक्ष्य के अनुरूप प्रोग्रेस चाहिये.

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