मुरैना। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के एक दलित कार्यकर्ता के घर भोजन करने पहुंचे. इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं को रोका दिया गया. भाजपा कार्यकर्ताओं को रोकने की बात को लेकर जिला अध्यक्ष योगेश पाल गुप्ता और सिंधिया समर्थक हरिओम शर्मा के बीच तीखी नोकझोंक हो गई. नोकझोंक से शुरू हुआ मामला हाथापाई तक चला गया. भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हाथापाई देख प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने मामले को शांत करवाया.
- जिद्द पर अड़ गए दोनों नेता
दरसअल भारतीय जनता पार्टी के बूथ अध्यक्ष रामवीर निगम के निवास पर प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का भोजन कार्यक्रम तय था. जिसके लिए भोजन करने भाजपा नेता और उनके साथ स्थानीय विधायक अपने अन्य नेता के साख पहुंचे. इसी दौरान सिंधिया समर्थक हरिओम शर्मा भी दलित कार्यकर्ता रामवीर के घर भोजन पर प्रमुख नेता गणों के साथ अंदर जाना चाहते थे, लेकिन घर में स्थान कम होने के कारण प्रमुख नेताओं को ही पहली बार में प्रवेश दिया जा रहा था. ऐसे में जिला अध्यक्ष योगेश पाल गुप्ता ने सिंधिया समर्थक नेता हरिओम शर्मा को बाहर रुकने के लिए कहा जिसे लेकर हरिओम शर्मा जिला अध्यक्ष पर भड़क गए और बोले कि अगर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा मुझे बुलाते हैं तो मैं निकल जाऊंगा अन्यथा मैं अंदर जाऊंगा. इसी बात को लेकर जिला अध्यक्ष और हरिओम शर्मा के बीच काफी तीखी नोकझोंक हुई.
नगरीय निकाय चुनाव में प्रचंड बहुमत से जीतेंगे बीजेपी- वीडी शर्मा
- मीडिया प्रभारी ने शांत करवाया झगड़ा
तीखी नोकझोंक को देखकर व्यवस्थाओं में साथ खड़े प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने दोनों नेताओं के बीच पहुंचकर समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया. मामला भले ही शांत हो गया हो लेकिन यह चर्चा में रहा है कि कांग्रेस के नेता भाजपा की संस्कृति को अभी समझ नहीं पाए. इसलिए वह कांग्रेस के मंच पर जिस तरह अपनी मर्जी चलाते थे उसी तरह भाजपा के कार्यक्रम में भी वह कांग्रेस वाली संस्कृति को ही लाना चाहते हैं. हालांकि इस मामले में भाजपा जिलाध्यक्ष में कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया.
- दलित कार्यकर्ता के घर खाया खाना
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर सहित अन्य भाजपा नेताओं ने बूथ के दलित अध्यक्ष के घर भोजन कर सामाजिक समरसता का संदेश दिया. वीडी शर्मा ने कहा कि कार्यकर्ता के घर जाकर उसके हाल चाल जानना और पार्टी के सबसे छोटी इकाई को और अधिक मजबूत करने के लिए यह पार्टी की पुरानी नीति है. इसमें नया ना कुछ है और ना ही इसका राजनीति से कोई लेना-देना है. पार्टी के विचारक दीनदयाल उपाध्याय चाहते थे अंतिम पंक्ति के, अंतिम छोर के व्यक्ति को समानता का अधिकार मिले हमारी पार्टी इसी दिशा में सदैव से काम करते हुए अपने कार्यकर्ता का ख्याल रखती है.