मुरैना। 14 दिन पहले झांसी से अपहरण कर लाए गए डॉक्टर गुरु बख्सानी के मामले में मुरैना पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. इस मामले में झांसी पुलिस ने भी कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. दरअसल इस पूरे मामले में मुरैना के आरोपी राम लखन ने बदमाशों के लिए गाड़ी उपलब्ध कराकर अब रात को छुपाने की व्यवस्था की थी. सिविल लाइन थाना पुलिस ने आरोपी रामलखन को गिरफ्तार कर झांसी पुलिस को सौंप दिया है. आरोपी से वो गाड़ी भी बरामद कर ली है जिसमें डॉक्टर को अपहरण कर लाए थे. वहीं झांसी पुलिस के अनुसार आरोपियों में दो आरोपी दतिया जिले के और एक आरोपी शिवपुरी जिले का रहवासी है. एक आरोपी अज्ञात है जिसको पुलिस तलाश कर रही है.
अपहरणकर्ता गिरफ्तार
29 जनवरी को झांसी से मरीज दिखाने के बहाने बदमाशों ने डॉक्टर गुर बख्सानी का अपहरण किया गया था. जिसमें शिवपुरी जिले के रहने वाले राजवीर गुर्जर, दतिया के बादाम सिंह, पुष्पेंद्र गुर्जर के अलावा मुरैना जिले के हिंगोना खुर्द गांव के रहने वाले राम लखन सहित एक अज्ञात आरोपी भी अपहरण में शामिल थे. बदमाशों ने डॉक्टर का अपहरण कर उसे मुरैना के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के हिंगोना गांव के जंगलों में रखा गया था. जहां से डॉक्टर किसी तरह से छूटकर भाग आया, जिसके बाद पुलिस ने जब जांच की तो इन आरोपियों का खुलासा हुआ. बताया जा रहा है कि आरोपी बादाम सिंह, झांसी में चाय की दुकान चलाता था. जहां पर डॉक्टर रोज घूमने आता था, वहीं से इन लोगों ने इस के अपहरण की योजना बनाई, लेकिन डॉक्टर के भागने से ये पूरी योजना धरी की धरी रह गई. एएसपी हंसराज के अनुसार इस मामले की जांच झांसी पुलिस कर रही है, इसलिए आगे की कार्रवाई वहीं करेगी.
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ये है पूरा मामला
बता दे कि उत्तरप्रदेश के झांसी में सिपरी बाजार के संगम विहार कॉलोनी में रहने वाले 62 वर्षीय जाने माने डॉक्टर आरके गुरबख्सानी हर रोज की तरह 29 जनवरी की सुबह 4 बजे करीब मॉर्निंग वॉक और दूध लेने के निकले और अपने दूधिया को दूध के लिए बर्तन देकर शिवपुरी हाईवे पर मॉर्निंग वॉक पर निकल गए थे. यहां पर एक कार में आए तीन हथियारबंद बदमाशों ने उन्हें जबरन पकड़ा और डकैत ददुआ के बीमार नाती का इलाज कराने और इलाज के बाद वापस यहीं छोड़ देने की बात कहकर कार में बैठा लिया. 29 जनवरी को बदमाश दिन भर डॉक्टर को हाथ पैर बांधकर झांसी-ग्वालियर हाईवे और ग्वालियर शहर के आसपास घुमाया.
बदमाशों के चंगुल से ऐसे निकले
इसके बाद बदमाश रात में डॉक्टर को मुरैना से 6 किलोमीटर दूर हिंगोना खुर्द गांव के पास डॉक्टर के हाथ पैर बांधकर सरसों के खेत में पटक दिया. जब रात के समय बदमाशों की नींद लग गई, तभी हाथ पैर बंदे होने के बाद भी डॉक्टर वहां से किसी तरह निकल कर घुटने कोहनी के बल लगभग 1 किलोमीटर चलते हुए सिविल लाइन थाना क्षेत्र के हिंगोना कला गांव रोड तक आ गए थे. जहां 30 जनवरी की सुबह दौड़ लगाने के लिए निकले युवाओं ने डॉक्टर के पैर में बंधी जंजीर को देखकर सिविल लाइन थाना पुलिस को फोन करके बुला लिया. जब इस मामले में मीडिया ने डॉक्टर से पूछा तो डॉक्टर केवल ये बता पाए कि उनको गुर्जर लोग उठा लाये हैं. इससे ज्यादा कुछ और बता पाते इससे पहले ही पुलिस और परिजन उन्हें ले गए. वहीं इस मामले में परिजनों का कहना है कि डॉक्टर की किसी से कोई दुश्मनी नहीं है और ना ही किसी का फिरौती के लिए फोन आया है.