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मुरैना: नाम वापसी के बाद 25 उम्मीदवार चुनावी मैदान, 12 मई को होगी वोटिंग - 25 उम्मीदवार, मुरैना संसदीय क्षेत्र में चुनाव

प्रदेश के तीसरे चरण में 12 मई को होने वाले चुनाव के लिए मुरैना लोकसभा सीट पर 25 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख तक कुल 27 उम्मीदवारों ने नामांकन जमा किये थे, उनमें से दो नामांकन रद्द हो गए हैं.

12 मई को होगी वोटिंग
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Published : Apr 27, 2019, 2:20 PM IST

मुरैना। लोकसभा चुनाव के लिए मुरैना में नाम वापसी के बाद 25 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख तक कुल 27 उम्मीदवारों ने नामांकन जमा किए थे. उनमें से दो नामांकन रद्द हो गए. राष्ट्रीय राजनीतिक दलों से तीन उम्मीदवार, पंजीकृत राजनीतिक दलों के 11 उम्मीदवार और निर्दलीय 11 उम्मीदावर चुनावी मैदान में है. इनमें एक महिला उम्मीदवार भी शामिल है. आगामी 12 मई को मुरैना संसदीय क्षेत्र की जनता प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेगी.


राष्ट्र निर्माण पार्टी के उम्मीदवार डॉ. रणधीर सिंह रूअल हैं, जो हाल ही में अपर पुलिस अधीक्षक के पद से रिटायर हुए हैं. रणधीर सिंह रूअल ने मुरैना जिले में 20 साल से अधिक सर्विस की है. जिसमें जिले के विभिन्न थानों में थाना प्रभारी के पद पर पदस्थ रहे. सर्विस के दौरान जनता के संपर्कों के आधार पर वह लोकसभा चुनाव जीतने के सपने संजो रहे हैं. चुनाव लड़कर राष्ट्र निर्माण पार्टी के बैनर तले संसद पहुंचेंगे या नहीं, यह तो आने वाला समय बताएगा, लेकिन इस तरह की अपेक्षाएं रखने वाले लोगों ने जिला प्रशासन और चुनाव आयोग की मुसीबतें बढ़ा दी हैं .

12 मई को होगी वोटिंग


दरअसल चुनाव आयोग द्वारा बनाई गई मशीन में सिर्फ 16 उम्मीदवारों के नाम दर्ज हो सकते हैं, जबकि मुरैना से 25 उम्मीदवार मैदान में हैं और एक नोटा. इस तरह 26 नामों के लिए दो ईवीएम मशीनों की आवश्यकता होगी. जिला निर्वाचन अधिकारी ने निर्वाचन आयोग को सूचना देकर अतिरिक्त ईवीएम मशीन उपलब्ध कराने की मांग की है.

मुरैना। लोकसभा चुनाव के लिए मुरैना में नाम वापसी के बाद 25 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख तक कुल 27 उम्मीदवारों ने नामांकन जमा किए थे. उनमें से दो नामांकन रद्द हो गए. राष्ट्रीय राजनीतिक दलों से तीन उम्मीदवार, पंजीकृत राजनीतिक दलों के 11 उम्मीदवार और निर्दलीय 11 उम्मीदावर चुनावी मैदान में है. इनमें एक महिला उम्मीदवार भी शामिल है. आगामी 12 मई को मुरैना संसदीय क्षेत्र की जनता प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेगी.


राष्ट्र निर्माण पार्टी के उम्मीदवार डॉ. रणधीर सिंह रूअल हैं, जो हाल ही में अपर पुलिस अधीक्षक के पद से रिटायर हुए हैं. रणधीर सिंह रूअल ने मुरैना जिले में 20 साल से अधिक सर्विस की है. जिसमें जिले के विभिन्न थानों में थाना प्रभारी के पद पर पदस्थ रहे. सर्विस के दौरान जनता के संपर्कों के आधार पर वह लोकसभा चुनाव जीतने के सपने संजो रहे हैं. चुनाव लड़कर राष्ट्र निर्माण पार्टी के बैनर तले संसद पहुंचेंगे या नहीं, यह तो आने वाला समय बताएगा, लेकिन इस तरह की अपेक्षाएं रखने वाले लोगों ने जिला प्रशासन और चुनाव आयोग की मुसीबतें बढ़ा दी हैं .

12 मई को होगी वोटिंग


दरअसल चुनाव आयोग द्वारा बनाई गई मशीन में सिर्फ 16 उम्मीदवारों के नाम दर्ज हो सकते हैं, जबकि मुरैना से 25 उम्मीदवार मैदान में हैं और एक नोटा. इस तरह 26 नामों के लिए दो ईवीएम मशीनों की आवश्यकता होगी. जिला निर्वाचन अधिकारी ने निर्वाचन आयोग को सूचना देकर अतिरिक्त ईवीएम मशीन उपलब्ध कराने की मांग की है.

Intro:नामांकन जांच के बाद आज नाम निर्देशन पत्र वापसी की अंतिम तारीख निकलने पर अभी तक कुल 25 उम्मीदवार मैदान में हैं । नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि तक कुल 27 उम्मीदवारो ने नामांकन जमा किये थे । उनमें से दो नामांकन रद्द हो गए । जिनमें राष्ट्रीय राजनीतिक दलो से तीन उम्मीदवार , पंजीकृत राजनीतिक दलों के 11 उम्मीदवार और निर्दलीय 11 उम्मीदावर चुनावी मैदान में है , इनमें एक महिला उम्मीदवार भी शामिल है ।आगामी 12 मई को मुरैना संसदीय क्षेत्र की जनता उनके भाग्य का फैसला करेगी , मुरैना संसदीय क्षेत्र में इतनी भारी संख्या में उम्मीदवारों का चुनावी मैदान में डटे रहना पहली बार सामने आया है जब संसदीय क्षेत्र में दो ईवीएम मशीन लगानी पड़ेगी ।


Body:कई उम्मीदवार तो ऐसे हैं जिन्हें चुनाव से कोई लेना देना है ना ही जनता के विकास से , वह सिर्फ और सिर्फ अपनी इच्छाएं पूरी करने के लिए चुनावी मैदान में आए हैं । ऐसे ही एक उम्मीदवार है बाजुद्दीन बाज । जिनके जीवन की हसरत थी कि उन्होंने कोई चुनाव आज तक नहीं लड़ा । इसलिए वह लोकसभा चुनाव लड़कर अपनी हसरत पूरी करना चाहते हैं । ना ही उनके पास आय का कोई स्रोत है । ना कोई रोजगार और वर्तमान उम्र भी 80 वर्ष से अधिक है । इस उम्र में वह चुनाव लड़कर अपनी अंतिम इच्छा पूरी करना चाहते हैं । बाजुद्दीन बाज कहने के लिए तो समाजवादी पार्टी के साथ जुड़े रहकर कई आंदोलनों में शरीक हुए और जेल भी गए । लेकिन जेल किस आंदोलन में गए इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है । निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मुरैना संसदीय क्षेत्र से वह सिर्फ अपनी आखिरी इच्छा पूरी करने के लिए चुनावी मैदान में हैं ।
बाईट- बाजुद्दीन बाज - निर्दलीय उम्मीदवार , मुरैना संसदीय क्षेत्र


Conclusion:ऐसे ही एक उम्मीदवार डॉ रणधीर सिंह रूअल है जो हाल ही में अपर पुलिस अधीक्षक के पद से रिटायर हुए हैं , रणधीर सिंह रूअल ने मुरैना जिले में 20 वर्ष से अधिक सर्विस की है । जिसमें जिले के विभिन्न थानों में थाना प्रभारी के पद पर पदस्थ रहे । सर्विस के दौरान जनता के संपर्कों को वह लोकसभा चुनाव जीतने के सपने संजो रहे हैं । रणबीर सिंह निर्दलीय उम्मीदवार तो नहीं है लेकिन उनका दल राष्ट्र निर्माण पार्टी नामक राजनीतिक दल के रूप में पंजीकृत है लेकिन राजनीति क्षेत्र में और जनता के बीच कोई पहचान नही है । ऐसे में चुनाव लड़कर राष्ट्र निर्माण पार्टी के बैनर तले संसद पहुंचेंगे या नहीं यह तो आने वाला समय बताएगा लेकिन इस तरह की अपेक्षाएं रखने वाले लोगों ने जिला प्रशासन और चुनाव आयोग की मुसीबतें बढ़ा दी हैं । चुनाव आयोग द्वारा बनाई गई मशीन मैं सिर्फ 16 उम्मीदवारों के नाम दर्ज हो सकते हैं जबकि मुरैना से 25 उम्मीदवार मैदान में हैं और एक नोटा । इस तरह 26 नामों के लिए दो ईवीएम मशीनों की आवश्यकता होगी। जिला निर्वाचन अधिकारी ने निर्वाचन आयोग को सूचना देकर अतिरिक्त ईवीएम मशीन उपलब्ध कराने की बात कही है ।
डॉ रणधीर सिंह रूअल - लोकसभा उम्मीदवार , राष्ट्र निर्माण पार्टी
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