मंदसौर। आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) उज्जैन की टीम ने मंदसौर में कृषि उपज मंडी में पदस्थ लेखपाल को 20 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा है. लेखपाल हरीश वशिष्ठ ने साफ-सफाई ठेके की किश्त की रकम जारी करने के लिए लगभग 78 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी. ऐसे में ठेकेदार कंपनी के मालिक ने इस मामले की शिकायत ईओडबल्यू उज्जैन के पुलिस अधीक्षक से की. शिकायत के आधार पर ईओडबल्यू के अधिकारियों ने प्लान बनाकर मंडी लेखपाल को दबोचा
शिकायत मिलने के बाद ईओडबल्यू का एक्शन: इस मामले पर ईओडबल्यू डीएसपी अमित कुमार बट्टी ने बताया कि ''कृषि उपज मंडी के लेखपाल द्वारा रिश्वत मांगने की शिकायत रवि राठौर से मिली थी. इसके बाद उज्जैन ईओडबल्यू (Ujjain EOW) की टीम ने बुधवार दोपहर मंडी कार्यालय पहुंचकर आरोपी लेखपाल को रंगे हाथों पकड़ लिया. बताया गया कि कृषि उपज मंडी द्वारा सब्जी मंडी की साफ सफाई और परिसर के सुलभ संचालन का ठेका वाल्मीकि कंस्ट्रक्शन को पिछले साल दिया गया था.''
बिना रिश्वत काम नहीं कर रहा था अधिकारी : इस मामले में शिकायतकर्ता ने बताया कि ''मंडी के सफाई ठेके का नियमानुसार आवंटन किया जाना था. इसे लेकर फर्म के मालिक पारस लाल राठौर ने कई बार लेखपाल से राशि रिलीज करने की अपील की. हालांकि, लेखपाल बिना रिश्वत ठेके की राशि जारी करने को तैयार ही नहीं था. राशि आवंटन के एवज में लेखपाल ने फर्म के मालिक से 78 हजार घूस में मांगे, जिससे परेशान होकर फर्म मालिक के बेटे ने पूरा घटनाक्रम ईओडबल्यू एसपी उज्जैन (EOW Sp Ujjain) को बताया. शिकायत के बाद ईओडबल्यू के निर्देश पर शिकायतकर्ता लेखपाल को 20 हजार की पहली किश्त देने पहुंचा और तभी लेखपाल को रिश्वत लेते दबोच लिया गया.