मंदसौर। विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंदसौर के पिपलिया मंडी से घोषणा की थी कि कांग्रेस की सरकार आने के बाद 10 दिनों के अंदर किसानों का कर्ज माफ कर दिया जाएगा. लेकिन मंदसौर और नीमच के अधिकतर किसान ऐसे हैं, जिन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिला है.
मंदसौर और नीमच जिले में करीब 2 लाख किसानों के खातों में ऋण की रकम जमा होनी थी, लेकिन सरकार बनने के 3 महीने बाद भी किसानों के बैंक खातों में ऋण की रकम जमा नहीं हुई है और लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से अब यह कार्रवाई भी अधूरी ही रह गई है. जिसके बाद किसानों को मजबूरन अपनी फसल मंडियों में कौड़ियों के दाम बेचनी पड़ रही है.
किसानों का कहना है कि फसल की पैदावार के लिए उन्होंने 6 महीने पहले ही कर्ज लिया था और कर्ज माफी की घोषणा के बाद उन्हें दोबारा ऋण की रकम मिलने की उम्मीद थी, लेकिन खातों में पहले की रकम जमा ना होने से अब उन्हें नए ऋण की राशि नहीं मिल पा रही है. वहीं कृषि विभाग के अधिकारी भी आचार संहिता लगने के कारण फिलहाल कृषि खातों के कर्ज माफी की कार्रवाई की बात से इंकार कर रहे हैं.