ETV Bharat / state

मंदसौर: इलाके से गायब हुआ मानसून, किसान की टेंशन बढ़ी

मंदसौर में बारिश नहीं होने के कारण किसानों के बोए हुए बीज अंकुरित नहीं हो रहे हैं, जिस वजह से किसान परेशान हैं.

no germination
किसान परेशान
author img

By

Published : Jun 30, 2020, 2:57 PM IST

मंदसौर। मालवा इलाके में पिछले एक हफ्ते से मानसून गायब है. सीजन के शुरुआती दौर में ही कम बारिश के हालात बनने से पूरे इलाके में मायूसी का आलम है, जिससे खरीफ फसल की बोवनी करने वाले किसान खासे परेशान हैं. किसानों ने जिले में 16 जून को हुई बारिश के बाद से ही फसलों की बोवनी शुरू कर दी थी लेकिन अचानक मानसून के गायब होने से बोए गए तमाम बीजों का अंकुरण नहीं हो रहा है, जिस वजह से किसानों के सामने नई परेशानी आकर खड़ी हो गई है. वहीं इस वजह से कई इलाकों में दोबारा बोवनी भी करना पड़ सकती है, जबकि पूरे इलाके में अब बीज की उपलब्धि नहीं होने से किसानों के सामने एक नई परेशानी खड़ी हो गई है.

इलाके से फिर हुआ मानसून गायब
जिले की 8 में से 6 तहसीलों में करीब 60 प्रतिशत किसानों ने सोयाबीन, मक्का और उड़द फसलों की बोवनी कर दी है. लेकिन मानसून गायब होने से बोए गए बीजों का अब अंकुरण ही नहीं हो रहा है. जो बीज अंकुरित होकर बाहर आ गए हैं, वह भी नमी खत्म होने के कारण अब मुरझा रहे हैं. वहीं जमीन भुरभुरी हो गई है और ऊगे हुए पौधे भी मुरझा कर खड़े-खड़े सूख रहे हैं. कई किसानों ने तो पिछले एक हफ्ते के दौरान दो बार बीजों की बुवाई कर दी है लेकिन फिर भी बीजों का अंकुरण नहीं होने से उन्होंने फसलों को हाकना शुरू कर दिया है.
Sprouted seeds
अंकुरित बीज

दी जा रही डोरा चलाने की सलाह

इलाके में हजारों किसानों की बोवनी चौपट हो गई है और दोबारा बुवाई करने के लिए उनके पास अब बीज उपलब्ध नहीं है. इन हालातों में उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों से तुरंत बीज की व्यवस्था करने की गुहार लगाई है. वहीं क्षेत्र से मानसून गायब होने की बात से कृषि विभाग के अधिकारी भी चिंतित हैं लेकिन उन्होंने फसलों में फिलहाल नुकसान होने की बात को नकारते हुए किसानों को उसमें डोरा चलाने की सलाह दी है.

मंदसौर। मालवा इलाके में पिछले एक हफ्ते से मानसून गायब है. सीजन के शुरुआती दौर में ही कम बारिश के हालात बनने से पूरे इलाके में मायूसी का आलम है, जिससे खरीफ फसल की बोवनी करने वाले किसान खासे परेशान हैं. किसानों ने जिले में 16 जून को हुई बारिश के बाद से ही फसलों की बोवनी शुरू कर दी थी लेकिन अचानक मानसून के गायब होने से बोए गए तमाम बीजों का अंकुरण नहीं हो रहा है, जिस वजह से किसानों के सामने नई परेशानी आकर खड़ी हो गई है. वहीं इस वजह से कई इलाकों में दोबारा बोवनी भी करना पड़ सकती है, जबकि पूरे इलाके में अब बीज की उपलब्धि नहीं होने से किसानों के सामने एक नई परेशानी खड़ी हो गई है.

इलाके से फिर हुआ मानसून गायब
जिले की 8 में से 6 तहसीलों में करीब 60 प्रतिशत किसानों ने सोयाबीन, मक्का और उड़द फसलों की बोवनी कर दी है. लेकिन मानसून गायब होने से बोए गए बीजों का अब अंकुरण ही नहीं हो रहा है. जो बीज अंकुरित होकर बाहर आ गए हैं, वह भी नमी खत्म होने के कारण अब मुरझा रहे हैं. वहीं जमीन भुरभुरी हो गई है और ऊगे हुए पौधे भी मुरझा कर खड़े-खड़े सूख रहे हैं. कई किसानों ने तो पिछले एक हफ्ते के दौरान दो बार बीजों की बुवाई कर दी है लेकिन फिर भी बीजों का अंकुरण नहीं होने से उन्होंने फसलों को हाकना शुरू कर दिया है.
Sprouted seeds
अंकुरित बीज

दी जा रही डोरा चलाने की सलाह

इलाके में हजारों किसानों की बोवनी चौपट हो गई है और दोबारा बुवाई करने के लिए उनके पास अब बीज उपलब्ध नहीं है. इन हालातों में उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों से तुरंत बीज की व्यवस्था करने की गुहार लगाई है. वहीं क्षेत्र से मानसून गायब होने की बात से कृषि विभाग के अधिकारी भी चिंतित हैं लेकिन उन्होंने फसलों में फिलहाल नुकसान होने की बात को नकारते हुए किसानों को उसमें डोरा चलाने की सलाह दी है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.