मंडला। आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित मंडला लोकसभा सीट पर इस बार कुल दस प्रत्याशी मैदान में हैं. शैक्षणिक योग्यता की बात करे तो आठवीं से लेकर मास्टर डिग्री तक के उम्मीदवार इस बार चुनावी मैदान में है. मंडला में इस बार बीजेपी-कांग्रेस कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद है
मंडला से वर्तमान सांसद और बीजेपी प्रत्याशी फग्गन सिंह कुलस्ते के पास तीन डिग्रियां है. कुलस्ते ने 1982 में सागर विश्वविद्यालय से मास्टर डिग्री, बीएड और वकालत की पढ़ाई की है. कुलस्ते इस सीट से लगातार जीत दर्ज कर रहे हैं. वहीं बात अगर कांग्रेस प्रत्याशी कमल सिंह मरावी की जाए तो वो शिक्षक की नौकरी छोड़कर राजनीति में कूदे हैं. मरावी ने1988 में बैचलर डिग्री डिंडौरी कॉलेज से हासिल की है. जबकि गोंडवाना गणंतत्र पार्टी के उम्मीदवार राम गुलाम उइके केवल आठवीं तक ही पढ़े लिखे हैं. राम गुलाम एक बार विधायक भी रह चुके हैं लेकिन पढाई के मामले में वो सबसे पीछे हैं.
सपाक्स प्रत्याशी आर एस परस्ते बैचलर डिग्री हासिल कर चुके हैं जो फारेस्ट विभाग से रिटायर होकर चुनाव लड़ रहे हैं. निर्दलीय प्रत्याशी देव सिंह कुम्हरे ने इतिहास से मास्टर डिग्री हासिल की है. जो वकालत के साथ राजनीति में दांव आजमा रहे हैं. मनीता मण्डला लोकसभा क्षेत्र से एक मात्र महिला उम्मीदवार हैं जो इंडियन स्मार्ट पार्टी की उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहीं है और बारहवीं तक पढ़ी लिखी हैं. एक और निर्दलीय प्रत्याशी भरत सिंह ने एम ए किया है. निर्दलीय प्रत्याशी चंद्र सिंह कुशराम ने डिंडोरी से बारहवीं तक कि पढाई की. जबकि संजीव कुमार ने बीए की पढ़ाई की है. संजीव दो बार सरपंच रह चुके हैं. निर्दलीय प्रत्याशी अजीत धुर्वे बीएससी और इंग्लिश से एमए कर चुके हैं.