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बॉल फेंको और हो जाएगा वृक्षारोपण, जानें क्या है कृषि विज्ञान केंद्र की पहल

कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक और प्रमुख विशाल मेश्राम, इन दिनों बड़ी संख्या में सीड्स बम बना रहे हैं. ये ऐसी बॉल होती है जिनमे किसी भी पेड़ के 2 बीज रखे जाते हैं. मानसून के मौसम में जहां वृक्षारोपण करना होता है वहां इसे फेंक दिया जाता है.

seeds bomb
बीज बम
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Published : May 23, 2021, 11:49 AM IST

मंडला। कृषि विज्ञान केंद्र में इन दिनों वृक्षारोपण को बढ़ाने के अलग-अलग प्रयोग किया जा रहा हैं. यहां के वैज्ञानिक और कर्मचारियों ने बीज बम बनाया है, जिसे मानसून सीजन में सिर्फ फेंकना होगा और फिर पौधे तैयार हो जाएंगे.

कृषि विज्ञान केंद्र
ऐसे बनता है बीज बम
कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक और प्रमुख विशाल मेश्राम, इन दिनों बड़ी संख्या में सीड्स बम बना रहे हैं, जिसका नाम इन्होंने बीज बम दिया है, वर्मी कंपोसड खाद, खेत की मिट्टी की मदद से इन्होंने बनाए हैं. ऐसी बॉल जिनमे किसी भी पेड़ के 2 बीज रखे गए गए हैं, जो मानसून के मौसम में 2 से 3 बरसात के बाद किसी भी ऐसे स्थान पर जहां वृक्षारोपण करना है, वहां फेंकना है. जिसके बाद ये बॉल बाकी का काम खुद कर देंगी. पानी मिलते ही इस बॉल के बीज अंकुरित हो जाएंगे. केंचुआ, खाद और मिट्टी इन्हें बड़े होने में मदद करते हैं. यह वृक्षारोपण का सबसे आसान तरीका है. नर्सरी में बीज लगाने, पौधे की देखरेख करने और फिर बाद में गड्ढे खोदकर रोपने से लोगों को राहत दिलाएगी.

पर्यावरण में होगा सुधार
वरिष्ठ वैज्ञानिक ने बताया कि यह बॉल कोई भी बना सकता है. वहीं प्रत्येक सीड्स बम में 2 या अधिक बीज रखे जा सकते हैं. जिससे इनके अंकुरित होने और फिर बड़े होने की संभावनाएं ज्यादा होती हैं. ऐसे में यदि 200 बीज बम से 20 पौधे ही लग जाएं, तो निश्चित ही पर्यावरण सुधार में काफी मदद मिलेगी.


पर्यावरण बचाने का प्रयासः अंडमान में पेड़ काटकर छिंदवाड़ा में पौधरोपण

ऐसे बना सकते हैं यादगार लम्हे
इंशानों के जीवन में कुछ खास लम्हे आते हैं, जिन्हें वह यादगार बनाना चाहता है, जन्मदिन, विवाह या फिर कोई भी सामाजिक या पारिवारिक कार्यक्रमों को हमेसा के लिए यादगार बनाने यदि पौधे लगाए जाने का हर कोई संकल्प ले. इन बीज बम का उपयोग करे तो पर्यावरण हरा भरा होगा और धरती की सूनी गोद भर जाएगी. इसके साथ ही लगतार हो रहे ग्लोबल वार्मिंग के खतरे से भी निपटा जा सकेगा.

मंडला। कृषि विज्ञान केंद्र में इन दिनों वृक्षारोपण को बढ़ाने के अलग-अलग प्रयोग किया जा रहा हैं. यहां के वैज्ञानिक और कर्मचारियों ने बीज बम बनाया है, जिसे मानसून सीजन में सिर्फ फेंकना होगा और फिर पौधे तैयार हो जाएंगे.

कृषि विज्ञान केंद्र
ऐसे बनता है बीज बम
कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक और प्रमुख विशाल मेश्राम, इन दिनों बड़ी संख्या में सीड्स बम बना रहे हैं, जिसका नाम इन्होंने बीज बम दिया है, वर्मी कंपोसड खाद, खेत की मिट्टी की मदद से इन्होंने बनाए हैं. ऐसी बॉल जिनमे किसी भी पेड़ के 2 बीज रखे गए गए हैं, जो मानसून के मौसम में 2 से 3 बरसात के बाद किसी भी ऐसे स्थान पर जहां वृक्षारोपण करना है, वहां फेंकना है. जिसके बाद ये बॉल बाकी का काम खुद कर देंगी. पानी मिलते ही इस बॉल के बीज अंकुरित हो जाएंगे. केंचुआ, खाद और मिट्टी इन्हें बड़े होने में मदद करते हैं. यह वृक्षारोपण का सबसे आसान तरीका है. नर्सरी में बीज लगाने, पौधे की देखरेख करने और फिर बाद में गड्ढे खोदकर रोपने से लोगों को राहत दिलाएगी.

पर्यावरण में होगा सुधार
वरिष्ठ वैज्ञानिक ने बताया कि यह बॉल कोई भी बना सकता है. वहीं प्रत्येक सीड्स बम में 2 या अधिक बीज रखे जा सकते हैं. जिससे इनके अंकुरित होने और फिर बड़े होने की संभावनाएं ज्यादा होती हैं. ऐसे में यदि 200 बीज बम से 20 पौधे ही लग जाएं, तो निश्चित ही पर्यावरण सुधार में काफी मदद मिलेगी.


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ऐसे बना सकते हैं यादगार लम्हे
इंशानों के जीवन में कुछ खास लम्हे आते हैं, जिन्हें वह यादगार बनाना चाहता है, जन्मदिन, विवाह या फिर कोई भी सामाजिक या पारिवारिक कार्यक्रमों को हमेसा के लिए यादगार बनाने यदि पौधे लगाए जाने का हर कोई संकल्प ले. इन बीज बम का उपयोग करे तो पर्यावरण हरा भरा होगा और धरती की सूनी गोद भर जाएगी. इसके साथ ही लगतार हो रहे ग्लोबल वार्मिंग के खतरे से भी निपटा जा सकेगा.

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