मण्डला। जिले में नर्मदा नदी के किनारे इन दिनों तिब्बत से आने वाले मेहमान पक्षियों से गुलजार हैं. जानकारों के अनुसार ये प्रवासी पक्षी हजारों किलोमीटर की यात्रा भोजन की तलाश में करते हैं और जब मौसम इनके अनुकूल हो जाता, तब ये वापस जाकर अपनी मातृभूमि में ब्रीडिंग करते हैं.
प्रवासी पक्षी पहुंचे मंडला
ये मेहमान हजारों किलोमीटर का सफर कर मण्डला पहुंचे हैं. ये प्रवासी पक्षी चीन, तिब्बत जैसे इलाकों में भारी बर्फबारी और जीवन यापन के लिए भोजन नहीं मिलने के चलते यहां से निकल कर सात देशों की यात्रा करते हैं. वहीं जब मौसम के अनकूल होते ही वापस लौट जाते है.
भोजन की तलाश में निकले पक्षी
जानकारों के अनुसार पेट की आग और जीवन रक्षा के लिए हर साल इन्हें काफी लंबा रास्ता तय कर ऐसे स्थान पर जाना पड़ता है, जहां न ज्यादा गर्मी हो न ज्यादा ठंड, साथ ही ऐसा भोजन भी मिल सके जो इन्हें लम्बी उड़ान की शक्ति भी दे. मण्डला के नर्मदा किनारे इन पक्षियों को बड़ी तादाद में आसानी से देखा जा सकता है. जो पानी के भीतर काई और जलीय छोटे पौधे खाते हुए नजर आते हैं.
वहीं कान्हा नेशनल पार्क के अधीक्षक सुधीर मिश्रा के अनुसार करीब दो माह यहां रहने के बाद जब पहाड़ों से बर्फ पिघलने लगती है तो ये अपने क्षेत्र या देश वापस चले जाते हैं और वहां पर ही ब्रीडिंग करते हैं. समूह में रहने वाले इन पक्षियों को अंडे देने के लिए ऐसे स्थान पसंद हैं. जहां जमीन पर घोसले बनाने के लिए घास हो और जमीन भी ज्यादा कठोर न हो.