मंडला। कोरोना कर्फ्यू के दौरान बेवजह सड़कों पर घूमने वालों को पुलिस ने पकड़कर सीधे एम्बुलेंस में बैठा दिया, जिसमें एक कोरोना पॉजिटव मरीज भी था. यही नहीं पुलिस के द्वारा ऐसे कोरोना वॉरियर्स को भी सजा दी गई, जो कोविड केयर सेंटर में सेवाएं दे रहे थे.
नायाब नुस्खा
बिना कारण घर से बाहर निकलने वालों को रोकने के लिए मंडला पुलिस द्वारा एक अलग ही नुस्खा अपनाया जा रहा हैं, जो कारगर साबित हो रहा हैं. पुलिस कर्मचारी कोतवाली प्रभारी के साथ एक एम्बुलेंस लेकर सड़कों पर निकले, जिसमें कोविड पेशेंट के रूप में एक जवान को बैठाया गया. बाहर निकलने वालों को पकड़कर इस एम्बुलेंस में कोविड पेशेंट के साथ बैठाया गया. यह देखकर लोगों की हवाइयां उड़ने लगीं.
मरीजों का इलाज कर रहे थे झोलाछाप डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव
कोतवाली प्रभारी नीलेश दोहरे ने बताया कि कोरोना कर्फ्यू के बीच पुलिस लगातार सब्जी, फल या फिर दूसरे बहाने लेकर घर से बाहर निकलने वालों को रोकने के लिए तरह-तरह कोशिशें कर रही हैं. लाठी-डंडे और भय से काम नहीं चलता देख अब पुलिस ने लोगों को नाट्य रूपांतरण के माध्यम से यह समझाने का प्रयास किया है कि घर से बाहर कितना खतरा हैं.