ETV Bharat / state

'हाईवे में गड्ढे या गड्ढों में हाईवे', कुछ ऐसा है मंडला-जबलपुर हाईवे का हाल

जबलपुर से लेकर मंडला हाइवे का निर्माण कार्य पिछले साढ़े चार सालों से चल रहा है. ठेके के मुताबिक ये काम सिर्फ दो साल में पूरा हो जाना था. लेकिन अब तक नहीं बन पाया है. जिसका ठिकरा राज्य सरकार केन्द्र पर डाल रही है. तो केन्द्र सरकार राज्य सरकार पर. वही आम जनता रोजाना ही इस मौत के हाइवे से सफर करने को मजबूर है.

author img

By

Published : Aug 3, 2019, 9:17 PM IST

Updated : Aug 4, 2019, 4:03 AM IST

'हाईवे में गड्ढे या गड्ढों में हाईवे'

मंडला। सड़क में गड्ढे या गड्ढों में सड़क, जबलपुर से मंडला तक जाने वाले इस हाइवे को देखकर कुछ ऐसा ही लगता है. क्योंकि इस हाईवे पर सड़क तो कही दिखती ही नहीं, दिखते है तो सिर्फ गड्ढे . हाइवे के निर्माण के लिए दो साल की समय सीमा तय की गई थी.

लेकिन लापरवाही का आलम यह है कि पिछले चार सालों से हाईवे का निर्माण नहीं हो पाया है. मानसून ने इसकी बदसूरती पर और बट्टा लगा दिया है, क्योंकि यहां गुजरना जान जोखिम में डालने से कम नहीं है. ड्राइवर से जरा सी चूक हुई नहीं कि इंसान इस दुनिया से उस दुनिया की सैर करने की कगार पर पहुंच जाता है.

'हाईवे में गड्ढे या गड्ढों में हाईवे'

हाइवे से गुजरने वाले यात्री हर दिन परेशानियों का सामना करते हैं. कहते हैं इस सड़क पर तो पैदल भी ठीक से नहीं चल सकते, गाड़ी चलाना तो दूर की बात है. जनप्रतिनिधि भी मामले में पल्ला झाड़ते नजर आते हैं. मंडला जिले के प्रभारी मंत्री तरुण भनोत निर्माण कार्य का ठीकरा केंद्र सरकार पर फोड़ते नजर आते हैं. कहते हैं हाईवे के निर्माण के लिए केंद्र सरकार से पैसा आता है हम क्या कर सकते हैं.

कुछ ऐसा ही जबाव मंडला सांसद और केन्द्रीय इस्पात मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते का है. सड़क का टेंडर हो चुका है. ठेकेदार को काम जल्द कराना चाहिए. बहरहाल सड़क बने या ना बने, लेकिन पक्ष और विपक्ष के लिए एक मुद्दा जरूर बन गया है. नेता जब गोंड वंश की राजधानी रहे मंडला में आते हैं तो इस मुद्दे पर जमकर सियासत होती है, लेकिन काम आज तक पूरा नहीं कराया गया है. चुनावी महासंग्राम में इस रोड का मुद्दा बहुत गूंजा, लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद अब फिर एक दूसरे पर ठीकरा फोड़ने का दौर शुरु हो गया है.

मंडला। सड़क में गड्ढे या गड्ढों में सड़क, जबलपुर से मंडला तक जाने वाले इस हाइवे को देखकर कुछ ऐसा ही लगता है. क्योंकि इस हाईवे पर सड़क तो कही दिखती ही नहीं, दिखते है तो सिर्फ गड्ढे . हाइवे के निर्माण के लिए दो साल की समय सीमा तय की गई थी.

लेकिन लापरवाही का आलम यह है कि पिछले चार सालों से हाईवे का निर्माण नहीं हो पाया है. मानसून ने इसकी बदसूरती पर और बट्टा लगा दिया है, क्योंकि यहां गुजरना जान जोखिम में डालने से कम नहीं है. ड्राइवर से जरा सी चूक हुई नहीं कि इंसान इस दुनिया से उस दुनिया की सैर करने की कगार पर पहुंच जाता है.

'हाईवे में गड्ढे या गड्ढों में हाईवे'

हाइवे से गुजरने वाले यात्री हर दिन परेशानियों का सामना करते हैं. कहते हैं इस सड़क पर तो पैदल भी ठीक से नहीं चल सकते, गाड़ी चलाना तो दूर की बात है. जनप्रतिनिधि भी मामले में पल्ला झाड़ते नजर आते हैं. मंडला जिले के प्रभारी मंत्री तरुण भनोत निर्माण कार्य का ठीकरा केंद्र सरकार पर फोड़ते नजर आते हैं. कहते हैं हाईवे के निर्माण के लिए केंद्र सरकार से पैसा आता है हम क्या कर सकते हैं.

कुछ ऐसा ही जबाव मंडला सांसद और केन्द्रीय इस्पात मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते का है. सड़क का टेंडर हो चुका है. ठेकेदार को काम जल्द कराना चाहिए. बहरहाल सड़क बने या ना बने, लेकिन पक्ष और विपक्ष के लिए एक मुद्दा जरूर बन गया है. नेता जब गोंड वंश की राजधानी रहे मंडला में आते हैं तो इस मुद्दे पर जमकर सियासत होती है, लेकिन काम आज तक पूरा नहीं कराया गया है. चुनावी महासंग्राम में इस रोड का मुद्दा बहुत गूंजा, लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद अब फिर एक दूसरे पर ठीकरा फोड़ने का दौर शुरु हो गया है.

Intro:2-8-19
स्लग- रोड में गड्ढे या गड्डो में रोड

एंकर- जबलपुर से लेकर मंडला हाइवे का निर्माण कार्य पिछले साढ़े चार सालों से चल रहा है....ठेके के मुताबिक ये काम सिर्फ दो साल में पूरा हो जाना था...लेकिन अब तक नहीं बन पाया है....जिसका ठिकरा राज्य सरकार केन्द्र पर डाल रही है...तो केन्द्र सरकार राज्य सरकार पर.....वही आम जनता रोजाना ही इस मौत के हाइवे से सफर करने को मजबूर है.....देखिए इस रिपोर्ट में...

वीओ1- जबलपुर से मंडला हाईवे टू लाइन का 251.64 करोड़ की लागत से मई 2015 से शुरू हुआ निर्माण कार्य जून 2017 में पूरा हो जाना था.....लेकिन साढ़े चार साल बीतने के बाद भी अब तक पूरा नहीं हो पाया है.... जगह-जगह खुदी सड़क बरसात के दिनों में और भी लोगों के लिए मुसीबत बन गई है....खुदी सड़क मौत की सड़क की शक्ल ले चुकी है....जिस पर अब नेता की रोटी सिक रही है....मध्यप्रदेश के बित्त और मंडला के प्रभारी मंत्री तरूण भनोट ने हाइवे के लेट निर्माण कार्य का ठीकरा केन्द्र सरकार पर फोंडा है....उन्होने कहा है कि इसके लिए केन्द्र से पैसा आ रहा है....हम क्या कर सकते है....वही केन्द्रीय इस्पात मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते का कहना है कि ये गलत आरोप लगा रहे है....टेंडर हो चुका है...ठेकेदार को काम जल्द कराना चाहिए....
बाइट- तरूण भनोट, वित्त मंत्री, मप्र
बाइट- फग्गन सिंह कुलस्ते, केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री
Body:वीओ2- नेता अपनी रोटी सेंक रहे है....लेकिन असल में 90 किलोमीटर के हाइवे से गुजरिए और देखिए लोग किस तरह से अपनी जान हथेली मे रखकर सफर करने को मजबूर है।
हाइवे से गुजरने वाले हजारो व्यक्ति पूरा मंडला जिला परेशान है. लेकिन इनकी परेशानी सुनने वाला कोई भी नहीं है. सड़क का निर्माण कार्य शुरू हुए चार साल से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन अब तक सड़क नहीं बन पाई है आलम ये है कि जगह-जगह सकड़ खोद दी गयी है। बारिश के दिनों में लोगों को भारी दिक्ततों का सामना करना पड़ रहा है लोगों को तो अब यह समझ नही आ रहा है कि आखिर गाड़ी चलाएं तो कहा चलाएं..यही वजह है कि दो घंटे के सफर में अब छह घंटे खर्च हो रहे हैं...कईयों कि गाड़ियां भी खराब हो रही है... जिससे लोगों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है....अब तो आलम ये है कि इस हाइवे पर घंटो तक जाम लगते है....
बाइट-3- राजेश- राहगीर
बाइट-4- स्थानीय नागरिक
बाइट-5 पवन पाठक- ट्रक मालिक
बाइट- 6- माधव शर्मा- राहगीर
बाइट 7- ट्रक चालकConclusion:फाइनल वीओ- बहरहाल सड़क बने या ना बने लेकिन पक्ष और विपक्ष के लिए एक मुद्दा जरूर बन गया है...जब भी नेता गोंडवंश की राजधानी रहे मंडला में आते है तो इस मुद्दे को लेकर जमकर रोटी सेंकी जाती है...लेकिन काम आज तक पूरा नहीं कराया गया है...चुनावी महासंग्राम में इस रोड का मुद्दा बहुत गूंजा लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद अब ठीकरा ही फूंटना ही रह गया है...जनता की परेशानियों से क्या है।।

mpc10083= राहुल सिसौदिया -निवास/ मंडला
7987536631
Last Updated : Aug 4, 2019, 4:03 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.