मंडला। जिले के 32 सौ अतिथि शिक्षकों को पिछले कई महीने से मानदेय नहीं मिला है. सभी अतिथि शिक्षक लगातार मिल रहे आश्वासन से परेशान होकर अब धरने पर बैठ गए हैं. वहीं सहायक आयुक्त आदिम जाति विकास का कहना है कि बजट आते ही दीवाली के बाद अतिथि शिक्षकों को मानदेय दे दिया जाएगा.
जिले के अतिथि शिक्षकों का कहना है कि 4 महीने से ज्यादा हो जाने के बाद भी उनके मानदेय का भुगतान नहीं हो पा रहा है. आज हालत यह है कि उनके पास दीवाली के दिये तक खरीदने के लिए पैसे नहीं हैं. ऐसे में वे अपनी पत्नी और बच्चों के सामने जाने की हिम्मत भी नहीं जुटा पा रहे हैं. जिनकी निगाह से बचने के लिए सभी अतिथि शिक्षकों के पास धरने पर बैठने के अलावा कोई रास्ता ही नजर नहीं आ रहा है.
जिले में 32 सौ से ज्यादा शिक्षक ऐसे हैं जो स्कूल में पढ़ाई लिखाई की जिम्मेदारी पूरी ईमानदारी से निभाते हैं. लेकिन जब इनके भुगतान की बारी आती है तो कई अधिकारियों के चक्कर लगाने पड़ते हैं. जिसके बाद भी अतिथि शिक्षकों का भुगतान नहीं किया जाता. ऐसे ही तमाम त्योहार निकल गए लेकिन दीवाली जो सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है वह भी शिक्षक सरकार की उदासीनता के चलते अंधेरे में मनाने के लिए मजबूर हैं.
अतिथि शिक्षकों के मानदेय का भुगतान नहीं होने पर आदिम जाति विकास विभाग के सहायक आयुक्त विजय तेकाम का कहना है कि लगातार मांग करने के बाद भी बजट न आ पाने के चलते इनका भुगतान नहीं हो पाया जो दीवाली के बाद कर दिया जाएगा.