खरगोन। कोरोनाकाल के चलते सीजनल व्यापारियों की मुश्किल कम होने का नाम नहीं ले रही है. पिछले सीजन में भी व्यापारियों को काफी नुकसान हुआ था. विवाह कार्यों से जु़ड़े व्यापारियों ने प्रशासन के नियम अनुसार शादियों में 100 से ज्यादा मेहमान शामिल होने को लेकर विरोध जताया. व्यापारियों ने इसको लेकर कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा.
लॉकडाउन के कारण और बढ़ी मुश्किलें
पूजा-पाठ और विवाह कार्यों से जुड़े व्यवसाईयों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंच कर विवाह समारोह में सौ लोगों के शामिल किए जाने के आदेश का विरोध किया है. शासकीय नियम के अनुसार शादियों में 100 से ज्यादा मेहमान होना तय हुआ है. इतने मेहमानों में सीजनल व्यापारियों को एक बार फिर काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है. व्यापारियों का आरोप है के जब चुनावी रैलियों में हजारों लोग शामिल हो सकते हैं. तो विवाह कार्यों में क्यों नहीं . मांगे पूरी न होने पर भूख हड़ताल करने की बात कही. साथ ही ईच्छा मृत्यु की इजाजत भी मांगी.
दी आत्मदाह की चेतावनी
मांगलिक कार्यो से जुड़े व्यवसायियों ने ज्ञापन के माध्यम से मुख्यमंत्री से मांग की है कि अगर मांगे नही मानी गई तो भूख हड़ताल करेंगे. इसके बाद भी नही मांगो पर विचार नहीं किया गया तो आत्मदाह करने की चेतावनी भी दी.
ये संगठनों के लोग हुए शामिल
खरगोन जिले के मांगलिक कार्यों से जुड़े टेंट, फोटोग्राफर, डीजे साउंड, बैंड एसोसिएशन के सदस्य शामिल हुए.