खरगोन। गर्मी के चलते प्रदेश सहित जिलेभर में जल संकट गहराने लगा है. लोगों को पीने के पानी तक नहीं मिल पा रहा हैं. पेयजल उपलब्ध कराने को लेकर शनिवार को तीन गांवों के ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पहुंच कर विरोध जताया, साथ ही नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण पर भेदभाव पूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया है.
दरअसल, नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण नन्दगांव बगुद और रजुर गांव में पिपरी तालाब से पानी नहीं दे रहा हैं. जिसके चलते किसान, ग्रामीण, और उनके मवेशी पीने का पानी नहीं मिलने से परेशान है. ग्रामीण पानी के लिए अपने मवेशियों को दूर गांवों में ले जा रहे हैं. वहीं किसान पानी नहीं मिलने के चलते खेती नहीं कर पा रहा है.
ग्रामीण कमलेश पाटिदार ने बताया कि पिपरी तालाब में पर्याप्त मात्रा में पानी हैं. 4 से 5 गावों के तालाबों में पिपरी उद्वहन जलाशय से पानी भेजा जा रहा है. एनवीडीए के अधिकारियों से बार-बार निवेदन करने के बाद भी अधिकारियों द्वारा राजनीति से प्रेरित होकर नन्दगांव बगुद और रजुर में भेदभाव किया जा रहा है. इसके साथ ही भेदभाव कर इन तीन गांवों के तालाबों में पानी नहीं छोड़ा जा रहा है.
वहीं अब तीन गांवों के ग्रामीण कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर ग्रामीणों और मवेशियों के लिए पेयजल उपलब्ध कराने की मांग की है. इसके साथ ही तीन दिन के अंदर पेयजल समस्या का हल नहीं निकलने पर ग्रामीणों ने अपने परिजनों और मवेशियों के साथ कलेक्ट्रेट में धरना देने की चेतावनी दी है.