खरगोन। बीजेपी ने महेश्वर विधानसभा सीट से राजकुमार मेव को मैदान में उतारा है. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उम्मीदवार राजकुमार मेव का पुतला दहन कर विरोध जताया है. भाजपा ने एमपी विधानसभा चुनाव से 3 महीने पहले ही 39 विधान सभा सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा की है. इस घोषणा के बाद से ही अंदरुनी विरोध जताया जा रहा था जो अब खुलकर सामने आ रहा है. पूरे विधानसभा क्षेत्र में जगह-जगह कार्यकर्ता राजकुमार मेव को लेकर विभिन्न माध्यमों से विरोध दर्ज करवा रहे हैं.
महेश्वर विधानसभा सीट पर घमासान: एमपी विधान सभा चुनाव की क्षेत्रवार स्थिति का जायजा लेने के लिए भाजपा आलाकमान ने महाराष्ट्र के विधायक सुरेश भोले को पर्यवेक्षक बनाकर महेश्वर विधानसभा में भेजा है. रविवार को सुरेश भोले के सामने महेश्वर स्थित रेस्ट हाउस में कार्यकर्ताओं ने राजकुमार मेव के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर विरोध दर्ज कराया था. बुधवार को नगर के सरदार पटेल इंटरनेशनल स्कूल में आयोजित मंडलेश्वर मंडल में बूथ अध्यक्ष, शक्ति केंद्र संयोजक, मंडल एवं मोर्चा कार्यकारिणी की बैठक में भी स्थानीय कार्यकर्ताओं ने राजकुमार मेव का विरोध किया. कार्यकर्ताओं की नारेबाजी के चलते बैठक स्थगित करनी पड़ी.
बलाई समाज का भाजपा के प्रति रोष: महाराष्ट्र के विधायक सुरेश भोले ने बताया कि "कार्यकर्ताओं की बात को ऊपर पहुंचने का पूरा प्रयास करूंगा. महेश्वर विधानसभा अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित है. क्षेत्र अनुसूचित जाति में बलाई समाज बाहुल्य है. राजकुमार मेव अनुसूचित जाति वर्ग के खटीक समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं. इस कारण से स्थानीय बलाई समाज में भाजपा के प्रति रोष व्याप्त है." वहीं बलाई समाज के उम्मीदवारों का कहना है कि "भाजपा क्षेत्र में बाहुल्य होने के बावजूद बलाई समाज को विधानसभा चुनाव में प्रतिनिधित्व नहीं देती है तो यह समाज का अपमान है. हम इस भाजपा के प्रत्याशी का विरोध करते हैं."