खरगोन। खरगोन नगर पालिका स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में सफाई के मामले में प्रदेश में नंबर वन और देश में पांचवा स्थान हासिल किया था. लेकिन अब खरगोन नगर पालिका स्वच्छता भूलती जा रही है. देखते ही देखते कुंदा नदी के किनारे लगे आई लव माय खरगोन का डिजिटल होर्डिंग और शहर की सुंदरता को बनाने के लिए खम्भों पर लगाए गए गमले नदारद हो गए.
खरगोनवासी राहुल कुमावत ने बताया कि 2020 में नगर पालिका ने नंबर वन का तमगा प्राप्त किया, उसके बाद से स्वच्छता पर ध्यान देना बंद कर दिया. जिससे कुंदा नदी के किनारे लगे सेल्फी पॉइंट को असामाजिक तत्वों द्वारा तोड़ दिया गया. वहीं यहां पर रखरखाव के अभाव में जंगली घास उग आई है. असामाजिक तत्वों द्वारा सेल्फी पॉइंट को तोड़ दिया गया है. वहीं पूरे खरगोन की बात करें तो शहर की स्वच्छता में कमी देखी जा रही है.
बिस्टान रोड के व्यवसाई संतोष सोनी ने बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण में नम्बर वन आने के बाद नगर पालिका द्वारा ध्यान देना बन्द कर दिया गया. साल 2020 खत्म होते होते शहर की गलियों में थोड़ी सी बारिश से कीचड़ हो जाता है. जिससे लोग दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं. वहीं स्वछता सर्वेक्षण में विद्युत खम्भों पर लगाए गए गमले भी दुर्दशा का शिकार हो रहे हैं. देखने वाला कोई नहीं है, जो स्थिति 2020 में नम्बर वन थी. वो 2021 में पहला तो क्या चौथे, पांचवे नम्बर पर भी आ जाय तो बहुत है.
नगरपालिका स्वास्थ्य अधिकारी प्रकाश चित्ते ने कहा कि वर्ष 2020 की गाइड लाइन अलग थी. वर्ष 2021 के लिए गाइड लाइन अलग है. बीते साल सेल्फी पॉइंट बनाए थे, कम्पोस्ट भी बनाए थे. इस साल कम्पोस्ट के लिए बॉक्स लगाए जा रहे हैं. साथ ही हमारा ध्यान सौ फीसदी डोर टू डोर कचरा संग्रहण पर है. रही बात बीते साल लगाए गए गमलों की तो हवा, आंधी और बारिश में गमले टूटे गए. बारिश का मौसम जाते ही उन्हें वापस लगाया जाएगा. कुन्दा नदी किनारे लगे सेल्फी पॉइंट को लेकर कहा कि वह कम हाइट पर लगा था. जिससे आने जाने वालों ने क्षति ग्रस्त कर दिया है. उसे जल्द हाइट देकर लगवाए जाने का प्रस्तावित है.
खरगोन नगर पालिका परिषद द्वारा काफी प्रयास करने के बाद स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में देश में पांचवा तो प्रदेश में नम्बर वन तमगा तो प्राप्त कर लिया. वहीं 2021 के लिए प्रदेश में नम्बर वन का तमगा कायम रखना टेढ़ी खीर नजर आ रही है.