खरगोन। प्रदेश की पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर के बयान के खिलाफ जय आदिवासी संगठन(जयस) ने प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपा है. जयस का आरोप है कि उषा ठाकुर ने आदिवासियों का अपमान किया है. इसलिए उन पर तत्काल कार्रवाई करते हुए उन्हें मंत्री पद से हटाया जाए.
एक कार्यक्रम में मंत्री उषा ठाकुर ने बयान देते हुए जयस संगठन को देशद्रोही बताया था. जिसके बाद से ही जयस उनका विरोध कर रहा है. खरगोन में जयस के कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर उषा ठाकुर के खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किए जाने की मांग की है.
आदिवासी नेता रामेश्वर बड़ोले ने कहा कि कोरोना का सबसे ज्यादा मंत्री उषा ठाकुर पर हुआ है. जो जयस को देशद्रोही संघठन बता रही है. हमारी मांग है कि मंत्री को तत्काल प्रभाव से हटा कर उन्हें मेंटल हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती कराया जाए. मंत्री पहले इस बात को साबित करे कि जयस के किस कार्यकर्ता के असामाजिक तत्वों से संबंध है. अगर वे ऐसा नहीं कर पाई और उन पर कार्रवाई नहीं हुई तो पूरे प्रदेश में मंत्री के खिलाफ उग्र आंदोलन किया जाएगा.