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मिर्ची फसल के मुआवजे की मांग, भारतीय किसान संघ ने SDM को सौंपा ज्ञापन - भारतीय किसान संघ

खरगोन जिले के बड़वाह में भारतीय किसान संघ में मिर्ची की फसल की बर्बादी को लेकर एसडीएम मिलिंद ढोके को ज्ञापन सौंपा गया है. साथ ही 5 बिंदुओं को लेकर मांग रखी गई है. बता दें, मिर्ची की फसल अत्यधिक धूप गिरने एवं सफेद मक्खी कीट व्याधि के कारण खराब हो गई है. जिन्हें लेकर किसान काफी परेशान हैं.

Farmers Union giving memorandum to SDM
किसान संघ ने एसडीएम को ज्ञापन देते हुए
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Published : Aug 26, 2020, 11:30 PM IST

खरगोन। बड़वाह में भारतीय किसान संघ द्वारा बड़वाह विकासखंड में लगभग दस हजार हेक्टेयर की मिर्ची फसल कीट से खराब हो गयी है. जिसके चलते मुआवजे की मांग के साथ कृषि व्यापार अध्यादेश 2020 में सुधार को लेकर ज्ञापन सौंपा है. एसडीएम मिलिंद ढोके को ज्ञापन सौंपते हुए 5 बिंदुओं को लेकर मांग रखी गई हैं.

ज्ञापन में किसान नाजिम खान ने बताया कि क्षेत्र में मिर्ची की फसल अत्यधिक धूप गिरने एवं सफेद मक्खी कीट व्याधि के कारण खराब हो गई है. पूरे क्षेत्र में लगभग दस हजार हेक्टेयर की मिर्ची फसल खराब हो चुकी है. किसान द्वारा महंगा बीज दवाई पर लगभग पचास हजार रुपये प्रति एकड़ की लागत लगाने के बाद भी फसल को नहीं बचा पाये. किसी भी बैंक या संस्था द्वारा मिर्ची फसल का बीमा नहीं किया गया है.

ऐसी स्थिति में किसानों ने मांग की है कि मिर्ची का सर्वे करवाकर उचित मुआवजा दिया जाए, ऐसा नहीं होने पर भारतीय किसान संघ उग्र आंदोलन करेगा. बता दें, क्षेत्र में मिर्ची की फसल अत्यधिक धूप गिरने एवं सफेद मक्खी कीट व्याधि के कारण खराब हो गई है, जिसके चलते ज्ञापन सौंपते हुए पांच बिंदुओं को लेकर मांग रखी गई है.

खरगोन। बड़वाह में भारतीय किसान संघ द्वारा बड़वाह विकासखंड में लगभग दस हजार हेक्टेयर की मिर्ची फसल कीट से खराब हो गयी है. जिसके चलते मुआवजे की मांग के साथ कृषि व्यापार अध्यादेश 2020 में सुधार को लेकर ज्ञापन सौंपा है. एसडीएम मिलिंद ढोके को ज्ञापन सौंपते हुए 5 बिंदुओं को लेकर मांग रखी गई हैं.

ज्ञापन में किसान नाजिम खान ने बताया कि क्षेत्र में मिर्ची की फसल अत्यधिक धूप गिरने एवं सफेद मक्खी कीट व्याधि के कारण खराब हो गई है. पूरे क्षेत्र में लगभग दस हजार हेक्टेयर की मिर्ची फसल खराब हो चुकी है. किसान द्वारा महंगा बीज दवाई पर लगभग पचास हजार रुपये प्रति एकड़ की लागत लगाने के बाद भी फसल को नहीं बचा पाये. किसी भी बैंक या संस्था द्वारा मिर्ची फसल का बीमा नहीं किया गया है.

ऐसी स्थिति में किसानों ने मांग की है कि मिर्ची का सर्वे करवाकर उचित मुआवजा दिया जाए, ऐसा नहीं होने पर भारतीय किसान संघ उग्र आंदोलन करेगा. बता दें, क्षेत्र में मिर्ची की फसल अत्यधिक धूप गिरने एवं सफेद मक्खी कीट व्याधि के कारण खराब हो गई है, जिसके चलते ज्ञापन सौंपते हुए पांच बिंदुओं को लेकर मांग रखी गई है.

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