खरगोन। भगवानपुरा में निर्मित देदला देवड़ा और खारक बांध का पानी कुंदा नदी में पानी छोड़ा जाता है. जिससे अवरकच्छ और खेड़ी गांव के किसान उस पानी का प्रयोग खेती के लिए करते हैं. लेकिन इस वर्ष देजला देवड़ा और खारक बांध से पानी नहीं छोड़े जाने से किसानों की फसलें सूख रही है. फसलों को बचाने के लिए किसान कलेक्ट्रेट पहुंचे और देजला देवड़ा और खारक बांध से पानी छोड़ने की मांग की.
तीन बार छोड़ा जाता है कुंदा नदी में पानी
किसानों ने बताया कि हर साल खारक बांध और देजला देवड़ा बांध से खेतों की सिंचाई के लिए पानी छोड़ा जाता है. लेकिन इस वर्ष एक बार ही पानी छोड़ा गया है. जबकि फसलों को तीन पानी की जरूरत होती है. पानी के अभाव में खेतों में गेहूं की फसल सूख रही है, जिससे चिंतित होकर किसानों ने कलेक्टर के नाम एक आवेदन दिया है. आवेदन में देदला देवड़ा और खारक बांध पानी छोड़ने की मांग की गई है.
पशुओं के लिए भी नहीं बचा पानी
अपर कलेक्टर को आवेदन सौंपते समय किसानों ने बताया कि गेहूं की फसल के साथ-साथ मवेशियों के लिए पीने का पानी भी नहीं उपलब्ध हो रहा है. जिससे पशु पालक भी परेशान हैं. हमारी मांग है कि जल्द से जल्द देजला देवड़ा और खारक बांध से पानी दिया जाए.