खरगोन। साल 2018 में निकली भर्ती में चयनित हो चुके शिक्षाकर्मियों ने दस्तावेज सत्यापन नहीं करने का आरोप लगाते हुए जल्द सत्यापन करने की मांग करते हुए किसी ने मौजी तो किसी ने फल सब्जी की दुकान लगाकर प्रदर्शन किया.
जिले के साल 2018 में चयनित शिक्षाकर्मियों ने सब्जी और मौची कि दुकान लगाकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों में किसी ने भुट्टे, किसी ने केले, किसी ने सब्जी के, तो किसी ने शू पॉलिश का स्टॉल लगाकर प्रदर्शन किया.
बड़वाह से आकर शू पॉलिश का स्टॉल लगाने वाले भूतेश चन्द्र ने कहा कि '2018 में सीएम शिवराज ने भर्ती निकाली थी, उसके बाद चुनाव आचार संहिता के कारण प्रक्रिया अटक गई, उसके बाद कमलनाथ सरकार ने प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए परीक्षा करवाई. मार्च 20 में कोरोना के कारण आवाजाही बन्द होने से सत्यापन कार्य रुक गया है, हम सब बेरोजगार हैं. हमारे छोटे छोटे बच्चे हैं, हमें पढ़ाने के अलावा दूसरा कार्य नहीं आता है, अब जब बसें शुरू हो चुकी हैं तो हमारी सीएम शिवराज सिंह से मांग है कि जल्द हमारे दस्तावेजों का सत्यापन कर हमें कार्य पर रखें. कोरोना के कारण हम बच्चों का भरण पोषण करने में असमर्थ हैं.'