खरगोन। देशभर में कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए थामे गए बसों के पहिए को सरकार ने दौड़ाने के लिए अनुमति भले ही दे दी है, लेकिन चालक-परिचालक संघ की मांगों का निराकरण अब तक नहीं किया है. ऐसे में अपनी जरूरी मांगों को लेकर आज खरगोन में चालक-परिचालक संघ के सदस्य मुख्य बाजार पहुंचे और भीख मांगकर विरोध प्रदर्शन किया.
खरगोन जिले में कोरोना काल के चलते बस चालक परिचालक संघ समय-समय पर अपनी तीन महीने के वेतन की मांग करते रहे हैं. लेकिन अब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया है, ऐसे में खरगोन जिले के बस ऑपरेटरों ने आमजन का ध्यान आकर्षित करने के लिए शहर की दुकान-दुकान जाकर भीख मांगी और अपनी स्थिति से शासन को अवगत कराया.
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ये हैं मांगें-
- कोरोना काल में बंद पड़ी यात्री बसों को मध्य प्रदेश सरकार ने 5 महीने का टैक्स माफ करते हुए चलाने के निर्देश दिए हैं.
- रियायत के बावजूद बस संचालक अपनी 5 सूत्रीय मांगों को लेकर बस नहीं चलाने के लिए अड़े हुए हैं.
- बस मालिकों का कहना है कि बीते 5 महीनों में उनके द्वारा जमा किया बीमा को आगे बढ़ाया जाए.
- इसके साथ ही टैक्स दिसंबर तक माफ होना चाहिए क्योंकि सड़कों पर सवारी नहीं है और अगर सवारी नहीं आती है, तो नॉनयूज के लिए अनुमति दिया जाए.
- डीजल के रेट में वृद्धि हुई है तो किराए में भी बढ़ोतरी की जाए.
- सरकार को आर्थिक मुआवजा के साथ ही उनका कोविड-19 में बीमा करवाना चाहिए ताकि उन्हें सुरक्षा मिल सके.