खरगोन। महेश्वर तहसील में 36 दिन बाद एक बार फिर कोरोना वायरस ने दस्तक देकर महेश्वर नगर के एक ही परिवार के 8 सदस्यों को संक्रमित कर दिया है. खबर फैलने के बाद पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया. इसके पहले 13 अप्रैल को ग्राम पीपल्या के 2 व्यक्तियों के संक्रमित होने के बाद तहसील में संक्रमण की चेन रुक गई थी, लेकिन महेश्वर में एक ही परिवार के सदस्यों को कोराना संक्रमण होने के बाद ये चेन फिर शुरू हो सकती है.
4 मई को इंदौर के संक्रमित क्षेत्र से 2 बच्चों के साथ दंपत्ति अनिल और उसकी पत्नी नीलू महेश्वर स्थित अपने घर लौटे थे, जिन पर पुलिस ने 188 की कार्रवाई कर प्रकरण दर्ज किया था. 10 दिनों तक प्रशासन को अंधेरे में रखने वाले इस दपंत्ति ने अपने ही परिवार के अन्य सदस्यों को भी संक्रमित कर दिया, जबकि परिवार के संपर्क में आने वाले लोगों को खौफ का माहौल बना हुआ है.
इधर दंपत्ति और उसके महेश्वर स्थित परिवार समेत अब तहसील में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 12 हो गई, जबकि जिले में संक्रमितों की संख्या कुल 114 है. हालांकि पूर्व में तहसील के 4 पॉजिटिव मरीजों में 3 स्वस्थ होकर घर लौट आये हैं, जबकि एक की मौत हो चुकी है. खरगोन एसडीएम अभिषेक गहलोत के अनुसार सोमवार की शाम प्राप्त हुई रिपोर्ट में महेश्वर के 8 और गोगांवा के 2 और खरगोन के 1 व्यक्ति की पॉजिटिव रिपोर्ट आई है.
संक्रमित परिवार की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद प्रशासन ने परिवार के घर से 3 किलोमीटर के दायरे को कंटेन्मेंट एरिया और 5 किलोमीटर के एरिया को बफ़र जोन घोषित किया है. इसके साथ ही परिवार के संपर्क में आए अन्य व्यक्तियों की स्क्रीनिंग शुरू कर दी गई है. इसके अलावा प्रशासन ने संक्रमित परिवार के घर पर कोरोना संक्रमित होने की जानकारी हेतु पोस्टर भी चस्पा किया है. वहीं नगर परिषद द्वारा संक्रमित परिवार के घर और एरिये को सेनिटाइजर किया गया.
इंदौर के संक्रमित क्षेत्र से आये थे दंपत्ति
कोरोना संक्रमित परिवार के एक दंपत्ती अपने दो बच्चों के साथ बीते दिनों 4 मई को इंदौर के संक्रमित क्षेत्र मल्हारगंज से बिना परमिशन के नगर में प्रवेश करके छिपकर रह रहे थे. जिसकी जानकारी लगने पर 14 मई को पुलिस प्रशासन ने नियमों का उलंघन करने पर अनिल महाजन और उसकी पत्नी नीलू महाजन के खिलाफ धारा 188 के तहत कार्रवाई भी की थी.