खरगोन। फसल बीमा योजना ने किसानों की परेशानी का मजाक बनाया है. जिले के सेजला गांव के हर किसान को 990 रुपए बीमा राशि दी गई. अतिवृष्टि से किसान पूरी तरह बर्बाद हो चुके हैं, लेकिन सरकार उनकी इस परेशानी में सहारा देने की बजाय जले पर नमक छिड़कने का काम कर रही है. बता दें कि इस साल अधिक बारिश के चलते किसानों की फसलें खराब हो चुकी हैं.
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत प्रतिवर्ष बैंक और समितियों से ऋण लेने वाले किसानों से बीमा की प्रीमियम राशि काट ली जाती है, लेकिन जब किसान मुसीबत में आता है, तो कंपनी उनका मजाक उड़ाती है. ऐसा ही मामला जिले के भगवानपुरा विधानसभा क्षेत्र के सेजला सहित आसपास के गांवों में देखने को मिला, जहां हर किसान को मात्र 990 रुपए की मुआवजा राशि दी गई.
बीमा कंपनी की मनमानी के चलते जिले के किसानों में काफी आक्रोश नजर आ रहा है. किसानों का कहना है कि हमारी बेबसी का मजाक उड़ाया जा रहा है. इतने रुपए से घर चलाएं या फिर कर्ज चुकाएं. मामले में एसडीएम का कहना है कि किसानों को जो रसीद दी गई है, वह प्रीमियम की रसीद है. किसी अधिकारी द्वारा फसल बीमा की राशि कहकर यह रसीदें दी है तो जांच के बाद संबंधित पर कार्रवाई की जाएगी.
इधर इस मामले में प्रशासन का कहना है कि किसानों के बीच भ्रम फैलाया गया है, ये मुआवजा राशि नहीं, बल्कि प्रीमियम की राशि है.